देवघर। श्रावणी मेले में अब मात्र सप्ताह भर शेष बचे हैं। जिला प्रशासन के स्तर से कांवरिया पथ और मेला क्षेत्र में की जा रही तैयारियां धीमी चल रही है। संभव है कि एक-दो दिनों में राज्य के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार मेले की तैयारियों की समीक्षा को देवघर पहुंच सकते हैं। पहले भी वे दो बार मेले की तैयारियों को लेकर देवघर और दुमका जिले के अधिकारियों के साथ बैठक चुके हैं। उधर, डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने 7 जुलाई तक सारी तैयारियों को पूरा करने का निर्देश दिया है। बाबा मंदिर, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, परिहवन विभाग, भवन प्रमंडल विभाग, राष्ट्रीय उच्च पथ विभाग, विद्युत आपूर्ति, वर्क डिविजन, पथ निर्माण विभाग एवं सूचना जनसम्पर्क विभाग समेत अन्य विभाग की तैयारियां अंतिम चरण में है। कांवरिया पथ में बालू बिछाव, पेयजल व्यवस्था, शौचालय, इंद्र वर्षा, विद्युत व्यवस्था, सूचना केन्द्र, साफ-सफाई, स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कई काम हो रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अस्थाई ओपी का निर्माण कराया जा रहा है। कांवरियों के रहने के लिए टेंट सिटी बनकर तैयार हो रहा है। यहां सारी मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।
मेले में 32 स्वास्थ्य केंद्र बनेंगे, 190 डॉक्टरों की तैनाती
राजकीय श्रावणी मेला के दौरान 190 डॉक्टर, 319 पैरामेडिकल स्टाफ, 41 एम्बुलेंस एवं 32 स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया हैं। ऐसे में मेला क्षेत्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने नए और पुराने दोनों सदर अस्पताल को उपयोग में लाया जाएगा।
मेले में मिलावटी खाद्य सामग्रियों की होगी जांच
श्रावणी मेले को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पेड़ा-प्रसाद का दर निर्धारित किया गया है। डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा है कि प्रसाद की गुणवत्ता के साथ दुकानदार कोई समझौता नहीं करेंगे। साथ ही निर्धारित दर से अधिक पैसे लेने पर संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा होटलों में खाने का भी दर निर्धारित किया गया है। डीसी ने कहा कि सभी रेस्टोरेन्ट, भोजनालयों एवं होटल मालिक अपने दुकानों में समुचित खाने की सामग्रियों को उपलब्ध रखेंगे जो उत्तम किस्म की स्वच्छ एवं स्वास्थ्यप्रद हो।जहां से खाद्य सामग्री क्रय करेंगे उस प्रतिष्ठान, दुकान का कैशमैमो निश्चित रूप से दुकान में उपलब्ध रखेंगे। जो दर निर्धारित की गई है, वह अधिकतम है। निर्धारित मूल्य तालिका प्रत्येक दुकान के सामने (सुलभ दृष्टिगोचर स्थान पर) प्रदर्शित की जाएगी। प्रतिष्ठान, दुकानों का रसोई घर साफ एवं स्वच्छ रखेंगे। भोजन के साथ पेयजल नि:शुल्क रहेगा।
बिहार, बंगाल, बनारस से आने वाले खोवा की होगी जांच
बिहार, बंगाल, बनारस एवं अन्य जगहों से आने वाले खोवा के गुणवत्ता जांच के बाद ही बिक्री करेंगे। सभी स्थायी, अस्थायी दुकानदार दुकान खोलने के लिए संबंधित अनुज्ञप्ति खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, देवघर में आॅनलाइन आवेदन देकर नवीकरण/अनुज्ञप्ति प्राप्त करेंगे। मिलावटी खाद्य सामग्रियों से निपटने के लिए फूड सेफ्टी आॅफिसरों की टीम भी मेले में तैनात की गई है।