Sahibganj Life News : साहिबगंज जिले के बरहेट प्रखंड के भोगनाडीह गांव में आज ग्रामीणों और प्रशासन के बीच हुए हिंसक टकराव ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि इस बर्बर कार्रवाई में कई ग्रामीण घायल हुए हैं।
मरांडी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “हूल दिवस के पावन अवसर पर भोगनाडीह में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग अंग्रेजी हुकूमत की क्रूरता की याद दिलाता है। हूल क्रांति की पवित्र भूमि पर, छह पीढ़ियों के बाद एक बार फिर सिद्धो-कान्हू के वंशजों को अन्याय और अत्याचार के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ा है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार घुसपैठियों के इशारे पर काम कर रही है और नहीं चाहती कि झारखंड का आदिवासी समाज अपने पुरखों की वीरगाथाओं से प्रेरणा लेकर अपनी अस्मिता और अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित हो। मरांडी ने चेतावनी दी कि सरकार की यह साजिश कभी सफल नहीं होगी। उन्होंने कहा, “जिस तरह वीर सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो ने हूल क्रांति के जरिए अंग्रेजी सत्ता की नींव हिलाई थी, उसी तरह भोगनाडीह में यह दमनकारी घटना हेमंत सरकार के पतन का कारण बनेगी।”
इस घटना ने झारखंड में आदिवासी समाज के बीच आक्रोश को और बढ़ा दिया है, और मरांडी ने सरकार से इस बर्बर कार्रवाई की जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।