कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या का विरोध अब थमने का नाम नहीं ले रहा है।घटना के विरोध का दायरा अब दूसरे देशों तक जा पहुंचा है।इसी क्रम में देवघर ऐम्स में भी मेडिकल के छात्रों सहित रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा रक्षा बंधन के अवसर पर रखी की जगह एक दूसरे को काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज कराया गया।इनके द्वारा घटना के 10 बीत जाने के बाद भी दोषी व्यक्तियों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई में बिलंब पर रोष व्यक्त किया गया।घटना का विरोध कर रहे संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर आलोक कुमार ने कहा कि आज डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर सरकार भी गंभीर नहीं है।
डॉक्टर आलोक ने कहा कि रक्षा बंधन के अवसर पर राखी की जगह कलाइयों पर बहनों द्वारा काली पट्टी बांधी जा रही है,इससे दुखद हम चिकित्सकों के लिए और क्या हो सकता है।उन्होंने कहा कि घटना ने निर्भया कांड की याद ताजा कर दी है।संस्थान की महिला चिकित्सक डॉ रश्मि ने कहा कि रक्षा बंधन के अवसर पर आज हम अपनी इस बहन को याद कर राखी की जगह काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज करा रहे है।आज अगर हमारी यह बहन जीवित होती तो वो अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध रही होती।यह दर्दनाक घटना सिर्फ चिकित्सकों के लिए ही नहीं पूरे नारी समाज की अस्मिता पर हमला है।सरकार को इसे गंभीरता से लेते हुए दोषी व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन देना चाहिए।