National News: हाल के दिनों में रेलवे को लेकर कथित भ्रामक और तथ्यहीन बातें सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने को रेलवे ने गंभीरता से लेते हुए इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल द्वारा कहा गया है कि भारत का रेल मंत्रालय देश के रेलवे बुनियादी ढांचे को नया रूप देने के लिए महत्वपूर्ण पहल कर रहा है। प्रमुख कार्यों में यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने से लेकर यात्री सुरक्षा को बेहतर बनाने और दक्षता के लिए सिगनलिंग सिस्टम का आधुनिकीकरण, नई तकनीक के साथ पटरियों को अपग्रेड करना और ट्रेन परिचालन नियंत्रण में सुधार करना शामिल है।
इसके अतिरिक्त, कनेक्टिविटी को सुव्यवस्थित करने के लिए स्टेशनों को शहर की परिवहन प्रणालियों के साथ एकीकृत किया जा रहा है। “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है और स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क जैसी नई सुविधाएँ शुरू की जा रही हैं। इन व्यापक उन्नयनों का उद्देश्य सभी यात्रियों के लिए रेलवे यात्रा को अधिक आरामदायक, सुलभ और कुशल बनाना है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले दशक में रेलवे ने काफी प्रगति की है, जिसमें 31,180 किलोमीटर ट्रैक चालू करना और 41,655 किलोमीटर रूट का विद्युतीकरण शामिल है। ट्रैक बिछाने की गति में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए रेलवे के प्रयास को दर्शाता है.
रेलवे के अनुसार इन प्रयासों के बावजूद हाल के दिनों में रेलवे की छवि को धूमिल करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से प्रयास किए जा रहे है जो निंदनीय है.पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर एक ऐसी नकारात्मक कहानी प्रसारित होती देखी गई है, जिसका उद्देश्य भ्रामक जानकारी के जरिए रेलवे को बदनाम करना रहा है. रेलवे के अनुसार अक्सर यह देखा गया है कि भ्रामक वीडियो और पोस्ट शुरू में छोटे सोशल मीडिया अकाउंट द्वारा अपलोड किए जाते हैं और फिर बड़े अकाउंट द्वारा रेलवे के बारे में गलत सूचना फैलाया जाने लगता हैं। रेलवे द्वारा इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया है कि हाल ही में लोकसभा में दिए गए एक बयान में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन हथकंडों पर चिंता व्यक्त की है, जिसमें बताया गया कि कैसे रेलवे को बदनाम करने के लिए छोटे-छोटे मुद्दों को भी तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। रेलवे को बदनाम करने के ऐसे कुत्सित प्रयास विशेष रूप से ऐसे समय में चिंताजनक हैं, जब यह क्षेत्र महत्वपूर्ण कायाकल्प के दौर से गुजर रहा है।
वर्तमान प्रवृति को खेदजनक बताते हुए पूर्व रेलवे ने कहा है कि हाल ही झूठा दावा करते हुए पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल में जलमग्न रेल ट्रैक पर मछलियों को तैरते हुए दिखाने का दृश्य प्रसारित किया जा रहा है,जो वास्तविकता से बिल्कुल परे है.वास्तव में, वीडियो को संपादित या गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है, क्योंकि मंडल में ऐसी कोई घटना नहीं देखी गई है।
पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने जनता से सत्यापित जानकारी पर भरोसा करने और असत्यापित या सनसनीखेज खबरों/सामग्री को न फैलाने का आग्रह किया है.
पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने आम जनता और यात्रियों से यह भी आग्रह किया है कि वे किसी भी तरह की जानकारी, सहायता और सुझाव के लिए 9002023983 या 9002023620 पर संपर्क कर या आसनसोल मंडल के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का अनुसरण कर वास्तविक वस्तुस्थिति से अवगत हो सकते हैं.