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मौसम : भीषण गर्मी.. कही बार्ष तो कहीं लू और कड़कती धुप.. 24 मई के बाद राज्य में थोड़ी राहत मिलने की संभावना..  |  राज्य के आंगनबाड़ी केंद्र को प्री स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा.. विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है..  |  एक भीषण गर्मी और उसमें 10 से 12 घंटे तक बिजली की कटौती... जीना मुिश्कल..  |  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 3 दिनाें के लिए झारखंड दाैरे... रांची में राष्ट्रपति आगमन को लेकर शहर का ट्रैफिक प्लान तैयार ..  |  देवघर में 24 मई को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का आगमन.. राजधानी रांची और देवघर में तैयारियां तेज..  |  दोपहर 3 बजे तक JAC बोर्ड मेट्रिक रिजल्ट घोषित कर सकता है  |  ऑनलाइन पढ़ाई के मामले में पूरे देश में झारखंड 13 वें स्थान पर..  |  शिक्षा की बरहाल स्थिति : यहां पहली से 8वीं तक के लिए सिर्फ एक शिक्षक  |  झारखंड में शिक्षा अधिकार कानूनः सरकार को भी प्राइवेट स्कूल ही पसंद हैं..  |  मणिपुर में फंसे झारखंड के छात्र एयरलिफ्ट किये जाएंगे..मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिया निर्देश..  |  
चतरा में विकास की आड़ में विनाश हो रहा है.. लोग बीमारियों के शिकार हो रहे है.. ग्रामीणों के हिस्से में सिर्फ बेबसी, बीमारी और धूल से सनी जिंदगी
इस साल कोयला उत्‍पादन के टार्गेट को लेकर डियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्यम से BCCL व ECL प्रबंधन के साथ की गई समीक्षा बैठक..
धनबाद के जल संकट : निगम क्षेत्र में डीप बोरिंग पर रोक और डीप बोरिंग करते पकड़े जाने पर जुर्माने का प्राविधान के बाद भी निगम क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध डीप बोरिंग हो रही है..
विशेष : आज 22 मार्च को देश भर में हिन्दू नववर्ष क्यूँ मनाया जा रहा है? हिन्दू नववर्ष क्यूँ है खास? क्यूँ अंग्रेजी साल के 2023 को लोग नव वर्ष 2080 सेलिब्रेट कर रहे है?
हजारीबाग की रामनवमी में लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर विपक्ष पार्टी के विधायकों का हंगामा.. कहा हिंदुओं की भावना के साथ खेलने का काम कर रही है सरकार...
BJP मुस्लिम विरोधी नहीं। केंद्र सरकार की सभी योजनाओं में मुस्लिमों को बराबर का अधिकार मिला है, झारखंड सरकार मुस्लिमों को वोट बैंक की तरह उपयोग कर रही है - अनवर हयात
प्रधानमंत्री के मंत्र लाइफ: लाइफस्टाइल फार इंवायरमेंट से जुड़ने का मौका दे रहा आइआइटी आइएसएम
“पूरा पारसनाथ पहाड़ हमारा..” आदिवासी समुदाय का दावा - सम्मेद शिखर पर पिक्चर अभी बांकी है मेरे दोस्त..
गिरिडीह में स्थित सम्मेद शिखर को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। कहा सरकार को पारसनाथ को मरांग बुरु स्थल घोषित करना होगा. झारखंड के आदिवासी संथाल समुदाय ने दावा किया है कि पूरा पहाड़ उनका है। आदिवासियों का कहना है कि यह उनका मरांग बुरु यानी बूढ़ा पहाड़ है। ये उनकी आस्था का केंद्र है। यहां वे हर साल आषाढ़ी पूजा में सफेद मुर्गे की बलि देते हैं। इसके साथ छेड़छाड़ उन्हें मंजूर नहीं होगी। बता दें की पिछले रविवार को जैन समाज और आदिवासियों के साथ जिला प्रशासन ने बैठक की। आम राय बनाने के लिए कमेटी बना दी, जिसमें प्रशासनिक अफसर, जनप्रतिनिधि, जैन समाज और आदिवासियों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
राष्ट्रीय युवा दिवस 2022 : जानें वजह और इतिहास क्यों 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस.
12 जनवरी को हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस भारत के उन युवाओं व नौजवानों को समर्पित एक खास दिन है, जो देश के भविष्य को बेहतर और स्वस्थ बनाने का क्षमता रखते हैं। भारतीय युवा दिवस को 12 जनवरी को मनाने की एक खास वजह है। इस दिन स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। स्वामी विवेकानंद की जयंती को देश के युवाओं के नाम पर समर्पित करते हुए हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।सवाल है कि स्वामी विवेकानंद का युवाओं से क्या नाता है, जिसके कारण उनके जन्मदिन को युवा दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। विवेकानंद जयंती को कब से राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत की गई? आखिर स्वामी विवेकानंद कौन हैं और उनका देश की उन्नति में क्या योगदान है?
गृहमंत्री अमित शाह शाम छह बजे पहुंचेंगे रांची, करेंगे 2024 लोकसभा चुनाव का आगाज..
आज गुरु गोबिंद सिंह जयंती : जानिए उनके जीवन से जुड़ी खास बातें
आज यानी 29 दिसंबर को सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती है। वे सिख धर्म के अंतिम गुरु थे। सिख धर्म में गुरु गोबिंद सिंह का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने सिख धर्म के लिए कई नियम बनाए, जिसका पालन आज भी किया जाता है। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को गुरु के रूप में स्थापित किया किया। उन्होंने सामाजिक समानता का पुरजोर समर्थन किया। गुरु गोबिंद सिंह जी दमन और भेदभाव के खिलाफ खड़े हुए, इसलिए लोगों के लिए एक महान प्रेरणा के रूप में उभरे। वे सिख धर्म के 9वें गुरु तेगबहादुर के पुत्र थे। शौर्य और साहस के प्रतीक गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म पौष माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को बिहार के पटना में हुआ। आइए इस अवसर पर जानते हैं उनके जीवन के बारे में खास बातें...
क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है
पंकज त्रिपाठी : “अपनी जड़ों से मुझे सादगी मिलती है… इसीलिए कभी असफलता का ख्याल नहीं आता”..
भारत जोड़ो यात्रा: सोनिया-प्रियंका भी साथ, राहुल 107 दिन में तीन हजार किमी चलकर राजधानी पहुंचे..
हेमंत सोरेन- “हमारी नियोजन नीति से दूसरे राज्यों को है परेशानी लेकिन झारखंड के नौजवानों के लिए हम प्रतिबद्ध.
विधानसभा में नियोजन के मुद्दे पर बात करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि सभी राज्यों की अपनी नियोजन नीति है लेकिन झारखंड की नियोजन नीति से दूसरे राज्यों को ज्यादा परेशानी हो रही। सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। हमारी नियोजन नीति से दूसरे राज्यों को परेशानी क्यों मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी राज्यों की अपनी नियोजन नीति है, लेकिन झारखंड की नियोजन नीति से दूसरे राज्यों को परेशानी ज्यादा हो रही है। नियोजन नीति के विरोध में जो लोग झारखंड उच्च न्यायालय में शिकायतकर्ता थे, वे बिहार और उत्तर प्रदेश के थे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य के नौजवानों को नौकरी के लिए फार्म भरने की दर घटाई। अब नई नीति में उन्हें दोबारा फार्म भरना पड़ेगा या नहीं, इस बिंदु पर भी विचार किया जाएगा। राज्य सरकार बौद्धिक रूप से कमजोर लोगों को शिक्षित बनाने में जुटी है ताकि उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़े।
“महाधिवक्ता अपराधियों को पहुंचा रहे मदद” सरकार की व्यवस्था पर विपक्ष ने खड़े किए सवाल…
आरक्षण और 1932 खतियान विधेयक को 9वीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर राज्यपाल से मिले CM सोरेन
पीएम मोदी ने देवघर एयरपोर्ट का किया उदघाटन, करोड़ो रूपये के योजनाओं का किया शिलान्यास
मुरी रेलवे स्टेशन पर नॉन इंटरलाकिंग कार्य की वजह से रांची से 4 जोड़ी ट्रेनें अगले 7 दिनों तक रद्द रहेंगी।
बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राजद के नेता तेजस्वी यादव ने पलामू जिले के छत्तरपुर में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्षपाती रवैये के कारण राज्य के अपेक्षित विकास में बाधा पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि यह बात उन्हें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बतायी है जो बहुत चिंताजनक है। उन्होंने ‘तेजस्वी आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत आयोजित जनसभा में कहा कि जब से भाजपा विरोधी शक्तियां झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सत्ता में आई हैं तब से केन्द्र सरकार ने विकास के मद में पूर्व की भांति एक पैसा नहीं दिया है जो मोदी सरकार के पक्षपाती रवैये को जाहिर करता है।
जमशेदपुर में साकची और बिस्टुपुर में छिनतई करने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जमशेदपुर में साकची और बिस्टुपुर में छिनतई करने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों में न्यू बाराद्वारी निवासी निरंजन दुवान और राजकमल गोराई शामिल है। बदमाशों के पास से पुलिस ने 2 पर्स, 2 बाइक, 2 लेडीज गारमेंट, 2 मोबाइल और नगद 5700 रुपए बरामद किया है। दोनों को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया। SSP डॉ एम तमिल वाणन ने बताया- दोनों बदमाशों ने ही 21 अक्टूबर को साकची में रिक्शा पर अपने पिता के साथ किताब खरीदने जा रही युवती उन्नति कुमारी से पर्स छिनतई की थी। जबकि 22 अक्टूबर को बिस्टुपुर सर्किट हाउस गोल चक्कर के पास सोनारी में रहने वाली महिला श्वेता कुमारी से पर्स छिनतई की घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस लाइन सभागार में गुरुवार को पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शहीद पुलिसकर्मियों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
सावन की चौथी सोमवारी में देवघर मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़-देर रात से ही मंदिर से मीलों लंबी लग गई थी श्रद्धालुओं की कतार
श्रावणी मेला की चौथी और अंतिम सोमवारी पर देवघर के बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी है।देर रात से ही सोमवारी के पावन अवसर पर पवित्र कामना लिंग के जलार्पण के लिए श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ जुटने लगी थी।श्रावण शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि और सोमवार होने के कारण इसे अमृत योग माना जा रहा है।इस सुखद संयोग के कारण पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलार्पण का यह उत्तम अवसर माना जा रहा है।ऐसी मान्यता है कि आज पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलार्पण से अमृत जैसे फल की प्राप्ति होती है।यही कारण है कि आज जलाभिषेक के लिए देवघर में श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ उमड़ी है।जानकारों के अनुसार श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को समुद्र मंथन से अदभुत रत्न की प्राप्ति हुई थी।श्रावण की चौथी सोमवारी को समुद्र मंथन से देवताओं को लक्ष्मी की प्राप्ति हुई थी।जानकारों के अनुसार लक्ष्मी चंचला होती है,लेकिन भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी का स्थिर स्वरुप है।ऐसी मान्यता है कि आज पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलार्पण से याचक को स्थिर लक्ष्मी के सुख,वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।अप्रत्याशित भीड़ को व्यवस्थित तरीक से जलार्पण कराने के लिए प्रशासन द्वारा भी पूरी व्यवस्था की गई है।इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर रुट लाईन सहित मंदिर परिसर में व्यवस्था बनाये रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।आज दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा जलार्पण की उम्मीद की जा रही है- देवघर से धनंजय भारती।
जब आईएसआई चीफ हामिद गुल से मुलाकात हो गई
इधर उधर की बात के बजाय़ आज अपनी बात करता हूं। हमारे पेशे में किसी से कहीं मुलाकात हो जाना। बात हो जाना। खबर बन जाना। अचरज की बात नहीं। हम पेशेवर “जैक ऑफ ऑल, मास्टर ऑफ नन” कहे जाते हैं। फिर भी मुलाकातों में कुछ मुलाकातें हैं, जो खास बन जाती हैं। जेहन में उतर जाती हैं। मन मस्तिष्क पर छा जाती है। क्योंकि वह चाहत के अनुकुल होती है। ऐसी ही एक मुलाकात पाकिस्तान की खूंखार जासूसी संस्था आईएसआई के चीफ हामीद गुल से रही। अब वो दुनिया में नहीं हैं। आयोजन में भारतीय आर्मी के पूर्व प्रमुख वीएन शर्मा ने सक्रिय भूमिका निभाई थी। मुझ जैसे जिज्ञासु पत्रकार को हामिद गुल के साथ लगा दिया। भलमानुस बन मैं जनरल गुल से पूछता रहा। वो बिना किसी संकोच के बताते रहे। कह रहे थे कि वो जो कुछ कर रहे हैं या करते रहे हैं। वह उनकी ड्यूटी का हिस्सा है। आर्मी मैन के लिए ड्यूटी सबसे बड़ी है। ताज्जुब तो तब हुआ जब वह श्रीमद् भगवतगीता का रेफरेंस देते हुए संस्कृत के साफ उच्चारण में सरपट कह गए ‘कर्मण्ये वाधिकारस्त मा फलेसू कदाचन।‘ फिर मुस्कुराते हुए बताने लगे कि आजाद देश के तौर पर पाकिस्तान नया है। उसको अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनानी है। यही उसकी सबसे बड़ी चुनौती रही। अगर खुराफात नहीं करते, तो उनको सब भारत का ही हिस्सा मानते हैं। भारत सदियों पुराना है। अलग नेशन के तौर पर पहचान बनाने के लिए पाकिस्तान को कंफ्लिक्ट पसंद है। जब भी कोई विवाद हुआ है, कोई युद्ध हुआ है, तो उसमें सीधा माइलेज पाकिस्तान को मिला है। हमारी मेहनत पर पाकिस्तान की पहचान पुख्ता बनी है। बेतक्कलुफ होकर हामिद गुल स्ट्रेटेजी के राज उगलते रहे। पूरी तैयारी के साथ विभिन्न युद्धों के दौरान उनकी तैनाती पर हम सिलसिलेवार पूछते रहे। उनके साथ होस्टल के उस कमरे तक गए जहां वह ट्विन बेड में से एक पर सोते और खुद को जांबाज आर्मी अफसर के तौर पर तैयार करते रहे। दूसरे बिस्तर पर सोने वाला सहपाठी के बारे में बताया कि वह भी भारतीय फौज का नेतृत्वकर्ता बना। दुश्मन मुल्क के जासूसी संस्था में काम करने की वजह से उनको उसकी पूरी खबर रही। कई बार संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं रहे। फिर भी पाकिस्तान आर्मी को इतना तो बता ही दिया कि वह भारतीय सैन्य अधिकारी का मन और मिजाज कैसा है। ब्रेन मैपिंग से पता कराया कि प्रतिकूल परिस्थिति में वो कैसा निर्णय कर सकता है। तब टीवी पत्रकारिता परवान नहीं चढी थी। अखबारनवीस के तौर पर उनसे आरआईएमसी (राष्ट्रीय इंडियन मिलेट्री क़ॉलेज) में मिल रहा था। उनसे हुई बातचीत को उस दौर में दैनिक जागरण में जमकर लिखा था। खूब छपा था। हामिद गुल ही नहीं वहां मुलाकात याह्या खान और शहरयार खान जैसे पाकिस्तान के दिग्गज राजनयिकों से हुई। उन जैसे कई और अफसर व राजनयिक मिले जो पढे तो भारत में लेकिन उनके कर्तव्य के हिस्से में भारत को तबाह करने और प्रपंच रचने का काम आया। वो उसे बखूबी निभाते रहे। तारीफ पाते रहे। उस मुलाकात के बाद मेरी समझ ने विस्तार लिया। तबियत से मान लिया कि इंसान परिस्थितियों का गुलाम होता है। हामिद गुल भारत के खिलाफ पाकिस्तान के परोक्ष युद्ध की शुरुआत यानी मार्च 1987 से मई 1989 तक आईएसआई के चीफ रहे। पत्रकारिता में आतरिक सुरक्षा और आतंकवाद मेरा पसंदीदा विषय है। इसलिए उनसे हुई बातचीत के जरिए व्यापक पर्सपेक्टिव में चीजों को समझने में लगा रहा। कई गुत्थियां सुलझाने में मदद मिला। शुरुआती जिज्ञासा हल करने में पिताजी और बाद में अपने सुपर हीरो यानी भारतीय वायुसेना के जांबाज अफसर स्क्वाडर्न लीडर आर एल दास काफी मददगार रहे। उनसे लोमहर्षक किस्से सुनता रहा। भारतीय काउंटर रणनीति को समझता रहा। बाद में पेशेवर पत्रकार बना तो नई दिल्ली के नार्थ ब्ल़ॉक और साउथ ब्लॉक के रणनीतिकारों से जमकर मिलता समझता रहा। उनसे मिली खबर के आधार पर लिखता रहा कि दुश्मन मुल्क किन घटिया तरकीबों को लेकर हमसे मुकाबिल हैं। जिन परोक्ष युद्ध में हम फंसे है। उससे उबरन की हमारी क्या तैयारियां है। आरआईएमसी एल्यूमनी मीट के उस कार्यक्रम में राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा पहुंचे थे। उनकी सेहत ठीक नहीं थी। रेड कारपेट पर धीमी रफ्तार में चल रहे थे। हमारे लोकतांत्रिक मुल्क में राष्ट्रपति को भारतीय सेना का प्रमुख बनाया गया है। उनके प्रति अद्भूत सम्मान का नजारा था। मेरे बगल में याह्या खान खड़े थे। तीन दिन साथ रहने की वजह से रिश्ते कुछ अनौपचारिक हो चुके थे। बखूबी याद है कि पाकिस्तान के प्रमुख राजनयिक हस्ती याह्या खान ने सम्मान के दृश्य से अभिभूत होकर कहा था, यही वो बात है जो आपसे हमें यानी पाकिस्तान को अलग करती है। उनके यहां मतलब याह्या खान के पाकिस्तान में इतना बुजुर्ग व्यक्ति सेना का कमांडर हो ही नहीं सकता। अगर हो जाए, तो सेहत की वजह से शायद ही वो सम्मान, वो प्रोटोकॉल मिल पाए। पंजाब से आंतकवाद विदा लेने के बाद से हमारे रणनीतिकारों के हौसले बुलंद हैं। परोक्ष युद्ध में भी हमारी ही जीत होगी उसकी दृढ उम्मीद बनी है। फिर भी जम्मू कश्मीर के परोक्ष युद्ध में पाकिस्तान हमें लगातार पछाड़ता दिख रहा है। हामिद गुल के जमाने यानी 1989 से हम उससे हारे जा रहे हैं। उससे पहले आमने सामने की लड़ाई में हर बार उसे नाको चने चबबा चुके हैं। उसने हमारा लोहा मान रखा है। सीधे ललकारने और लड़ने की अब उसकी हिम्मत नहीं है। परोक्ष युद्ध के प्रमुख रणनीतिकार के तौर पर आईएसआई चीफ हामिद गुल काफी कुख्यात रहे। भारत के खिलाफ जहर बोने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह याद 1997 की है। पाकिस्तान के जन्म के पचास साल पूरे हुए थे। देहरादून के आरआईएमसी का 75वां सालगिरह था। प्रागंण में अद्भूत दृश्य था। भारतीय और पाकिस्तानी सेना के कई घुरंघर अफसर एल्यूमनी के नाते एकदूसरे के गले मिल रहे थे। दोस्तों को याद कर रहे थे। कई लंगोटिया यार जो साथ खेले पढे उनकी शहादत के गम में आंसू बहा रहे थे। हम द्रवित होकर देख रहे थे कि भाई-भाई अगर दुश्मनी पर उतर आए, तो वक्त को इस तरह खून के आंसू रुला देता है।महाभारत में यही तो हुआ था।