जब बड़े लक्ष्य सामने हों तो छोटे राजनीतिक विरोध छोड़ देने चाहिए। मैं यह मान रहा था कि पहलगाम में सुरक्षा चूक हुई थी। हमलावर नहीं पकड़े गये और उसके बाद की सैनिक कार्रवाई सरकार ने रहस्यमय परिस्थितियों में अचानक रोक दी। दलील यह दी गई कि पाकिस्तान गिड़गिड़ाने लगा था।
गिड़गिड़ा तो इस देश की जनता भी बहुत सारी चीजों को लेकर रही है, क्या यहां दया दिखाई दी जाती है? वे बेचारे भी गिड़गिड़ा रहे होते हैं, जिनके घर बुलडोजर न्याय के तहत कानून को ठेंगा दिखाते हुए रातो-रात ध्वस्त किये जाते हैं। जब अपने देशवासियों पर रहम नहीं तो फिर पाकिस्तान से इतनी हमदर्दी क्यों कि गिड़गिड़ाने भर से कार्रवाई रोक दी।
ये सारे सवाल मैंने उठाये थे। लेकिन फिर मुझे लगा यह रवैया सकारात्मक नहीं है। सवाल उठाने से काम नहीं बनेगा। रचनात्मक सुझाव भी देना चाहिए। मोदी जी नई तस्वीर देखते ही मन में देशभक्ति की भावना उमड़ी और वैसा ही आइडिया दिमाग में आया जैसा बालाकोट के समय आसमान में बादल देखकर स्वयं मोदीजी को आया था।
मैं मोदीजी की यह तस्वीर पूरी चीन सीमा पर अविलंब लगवाने की मांग करता हूं। इसे देखते ही चीनियों की फट जाएगी और वो अवैध कब्जा छोड़कर चुपचाप पीछे लौट जाएंगे। चीन ने कमीनापन दिखाते हुए अरूणाचल प्रदेश के कई इलाकों के नाम बदलने की घोषणा की है और हम उस तरह चुप रह गये जैसे कोई सिंदूर धारी पतिव्रता अपने पति का नाम पूछे जाने पर चुप हो जाती है।
अगर सैन्य वेशभूषा में मोदीजी स्वयं होर्डिंग पर तैनात रहते तो चीन अंदर आने की हिम्मत ही नहीं करता। जब जागो तब सवेरा। आइडिया अभी आया इसलिए तत्काल साझा कर रहा हूं।
पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा के पास भी चप्पे-चप्पे पर लाखों मोदीजी तैनात किये जाने की आवश्यकता है। सुरक्षा तंत्र मजबूत करने का इससे अच्छा मेक इन इंडिया आइडिया कोई दूसरा नहीं होगा।
अब सवाल यह है कि इसके लिए धन कहां से आएगा? पहला तरीका राफेल डील रद्द करने का है। लेकिन अगर फ्रांस यह जिद कर रहा है कि ऑर्डर कैंसिल नहीं हो सकता तो राफेल भी आने दीजिये। हाँ साथ में नींबू मिर्ची एक्स्ट्रा टू एबी की तरह जरूर माँग लीजिये।
फ्राँस को बताइये कि धनिया मिर्ची तो हमारा सब्जी वाला तक फ्री में देता है, हम प्रति विमान चार-चार निंबू और थोड़ी सी मिर्ची ही तो माँग रहे हैं। इनती बड़ी डील के बावजूद हमारे रक्षामंत्री को नींबू भारत से लेकर जाना पड़ता है।
खैर लौटते मूल मुद्दे पर और वो है पूरी सीमा पर लाखों नहीं बल्कि करोड़ो मोदीजी की तैनाती का बजट। मेरा सुझाव है कि धन जुटाने के लिए इनकम टैक्स पर दो परसेंट का सेस लगाया जाये।
पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए राष्ट्रहित में आर्मी वेशधारी मोदी जी के होर्डिंग लगाने का ठेका श्री गौतम अडाणी को ही दिया जाये। ये होर्डिंग पहलगाम जैसे उन इलाकों में भी लगाये जायें जहां निर्दोष लोगों पर आतंकवादी हमले का डर है।
इस कदम से कश्मीर में टूरिस्ट वापस लौटेंगे और पूरे देश में सुरक्षा का वातावरण बनेगा। इंडी गठबंधन की छाती पर सांप लोटेगा तो लोटने दीजिये। हमारे लिए तो राष्ट्र प्रथम है।