सोमवार शाम 7 बजे की बताई जा रही है। 25 से 30 की संख्या में नक्सली हथियार लेकर पहुंचे थे। रेलवे की थर्ड लाइन का निर्माण करने वाली आरवीएनएल का साइट पर खड़ी एक पोकलेन एक हाईवे और एक क्रेटा कार जलाए जाने की सूचना मिली है। घटना के बाद आरवीएनएल में काम करने वाले सभी लोग घटनास्थल से भाग गए ।
घटना की जानकारी पाकर मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह सदलबल पुलिस जवानों के साथ घटना की जानकारी लेने रवाना हो गए हैं। वहीं खलारी थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर फरीद आलम भी घटनास्थल पर पहुंचे औऱ पूरे मामले की जांच का भरोसा दिया। जिस वक्त इस घटना को अंजाम दिया जा रहा था कई कर्मचारी वहां मौजूद थे जिन्होंने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई। उग्रवादियों को फायरिंग करते देख सभी डर गये थे।
उग्रवादी चंदवा के तरफ से नदी पार कर रेलवे साइट पर फायरिंग करते हुए पहुंचे थे। हाइवा चालक अशोक पासवान ने घटना के संबंध में बताया कि सभी उग्रवादी मावोवादी कम्युनिस्ट पार्टी जिंदाबाद, पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद की नारा लगा रहे थे।
इन इलाकों में अचानक नक्सली गतिविधियां तेज हुई है। सीसीएल एनके एरिया अंतर्गत पुरनाडीह केडीएच ट्रांसपोर्टिंग रोड में शुकवार की रात हुई आगजनी की घटना की जिम्मेवारी तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) ने ली है। पुरनाडीह-केडीएच साइडिंग ट्रांस्पोर्टिंग सड़क पर 22 सितंबर की रात एक डंपर ट्रक में हथियारबंद लोगों द्वारा आग लगा दिया गया था। आग लगाने से पूर्व फायरिंग भी की गई थी।
टीएसपीसी ने इस घटना की जिम्मेवारी लेते हुए टीएसपीसी के उत्तरी दक्षिणी सीमांत सबजोनल कमेटी के बलवंत जी द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुछ दिन पूर्व केडीएच कांटाघर में जो घटना हुई थी वह भी टीएसपीसी के द्वारा अंजाम दिया गया था।
एनके एरिया और पिपरवार एरिया में संगठन से बात नहीं होने तक डंप बंद रखने की चेतावनी दी गई है। इसे लेकर डंप संचालकों को भी अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई है। पेलोडर आनर से अनुरोध किया गयरा है कि जबतक कमेटी संगठन से बात नहीं करती है तबतक लोडर नहीं चलाएं। डीओ होल्डर, लिफ्टर, कोयला ट्रांस्पोर्टर, हाइवा आनर को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि बात करके ही काम करें।