झारखंड के हजारीबाग प्रखंड के डाढा पंचायत के करमटांड़ गांव में हाथियों के झुंड ने मंगलवार की रात जमकर उत्पात मचाया। हाथियों का झुंड साढ़े आठ बजे गांव में प्रवेश कर गया। इसमें शामिल हाथियों ने एक के बाद एक पांच घरों को तोड़ दिया और घर में रखे अनाज चट कर गए। इसके बाद हाथियों के झुंड धान के खेत में घुसकर फसल को रौंद दिया। ग्रामीणों में सुरेंद्र तुरी, बिरेंद्र तुरी, राजकुमार तुरी, द्वारका तुरी, रामलाल तुरी ने बताया कि हाथियों के झुंड में करीब 30 हाथी शामिल हैं।
गांव में हाथियों को घुसता देख लोग
इक्कठा होकर हो हल्ला करने लगे और छत पर चढ़कर जान बचाया। ग्रामीणों ने बताया कि
हाथियों को मशाल जलाकर पटाखा फोड़कर तथा ढोल नगाड़ा बजाकर भगाने की कोशिश की, किंतु हाथी टस से मस
नहीं हुए। बाद में वन कर्मियों को सूचना दी गई रात्रि 10 बजे वन कर्मियों का
दल गांव पहुंचा। इसके बाद हाथी धान की खेत की ओर चले गए हाथियों के डर
से भागने के क्रम में महावीर तूरी की पत्नी गीता देवी छत से गिर गई।