जीत का जश्न जादा समय तक नही बना पाई भाजपा, येदियुरप्पा सरकार ने ढाई
दिन में दिया राज्यपाल को दिया इस्तीफा,
न्यूज़ ग्राउंड (नई दिल्ली ) आकाश मिश्रा : भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा न होने की वजह से मुख्यमंत्री
बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया। येदियुरप्पा ने बहुमत का प्रस्ताव
पेश तो किया, लेकिन फ्लोर टेस्ट के लिए नहीं
गए। इससे पहले उन्होंने करीब 20 मिनट तक भावुक स्पीच दी। उन्होंने
कहा कि राज्य में कांग्रेस और जेडीएस के खिलाफ जनादेश है। अगर हमें 113 सीटें मिली होती तो आज स्थिति कुछ और होती। येदियुरप्पा ने 17 मई को अकेले शपथ ली थी। इसके पहले कर्नाटक में बहुमत का
ड्रामा जमकर चला। दिनभर कभी बीजेपी के पास बहुमत होने और न होने की खबरें आती
रहीं। यहां तक कि कांग्रेस और जेडीएस के दो-दो विधायकों के गायब होने की खबर आई। कांग्रेस
नेता वीएस उग्रप्पा ने कहा कि उन्होंने (बीजेपी के बीवाई विजेंद्र) ने कांग्रेस
एमएलए की पत्नी को फोन किया और कहा कि वे अपने पति से कहें कि येदियुरप्पा के फेवर
में वोट करें। हम आपके पति को मंत्री पद या 15 करोड़ रुपए देंगे। इससे पहले
कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने कहा कि भाजपा को पता है कि उसके पास 104 विधायक हैं, इसके बाद भी वह हर संभव कोशिश कर
रही है और हमारे विधायकों को खरीदने के लिए कुछ भी देने को तैयार है। हमारे एमएलए
हमारे साथ हैं। दो अभी हमारे साथ नहीं हैं, लेकिन वे हमें सपोर्ट करेंगे। पहले खबर कांग्रेस के दो विधायक आनंद सिंह और प्रताप गौड़ा
पाटिल असेंबली नहीं पहुंचे थे। इसी तरह जेडीएस के दो विधायक के भी सदन नहीं
पहुंचने की खबर आई। प्रताप गौड़ा पाटिल करीब एक बजे विधानसभा पहुंचे। शाम को 3:30 बजे आनंद सिंह भी सदन में पहुँच गए। उधर, अब जेडीएस के भी सभी विधायकों के सदन में पहुंचने की खबर
है। सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि हमारे पास 100% पूर्ण बहुमत है। मैं उन सभी वादों
पर कल फैसला लूंगा, जो मैंने कर्नाटक की जनता से किए
हैं। उधर, कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम
नबी आजाद ने कहा कि भाजपा के पास बहुमत साबित करने के लिए विधायकों की पर्याप्त
संख्या नहीं है। विधायक हमारे पक्ष में हैं और हम सरकार बनाएंगे।