Breaking News
मौसम : भीषण गर्मी.. कही बार्ष तो कहीं लू और कड़कती धुप.. 24 मई के बाद राज्य में थोड़ी राहत मिलने की संभावना..  |  राज्य के आंगनबाड़ी केंद्र को प्री स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा.. विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है..  |  एक भीषण गर्मी और उसमें 10 से 12 घंटे तक बिजली की कटौती... जीना मुिश्कल..  |  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 3 दिनाें के लिए झारखंड दाैरे... रांची में राष्ट्रपति आगमन को लेकर शहर का ट्रैफिक प्लान तैयार ..  |  देवघर में 24 मई को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का आगमन.. राजधानी रांची और देवघर में तैयारियां तेज..  |  दोपहर 3 बजे तक JAC बोर्ड मेट्रिक रिजल्ट घोषित कर सकता है  |  ऑनलाइन पढ़ाई के मामले में पूरे देश में झारखंड 13 वें स्थान पर..  |  शिक्षा की बरहाल स्थिति : यहां पहली से 8वीं तक के लिए सिर्फ एक शिक्षक  |  झारखंड में शिक्षा अधिकार कानूनः सरकार को भी प्राइवेट स्कूल ही पसंद हैं..  |  मणिपुर में फंसे झारखंड के छात्र एयरलिफ्ट किये जाएंगे..मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिया निर्देश..  |  
राष्ट्रीय

उमेश कुमार झा, झारखण्ड लाइफ। 23/05/2023 :
राज्य के आंगनबाड़ी केंद्र को प्री स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा.. विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है..
 
सरकार राज्य के 38,432 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री स्कूल के रूप में विकसित करने जा रही है। इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है। विभाग एक नई योजना आंगनबाड़ी चलो अभियान इसी वर्ष शुरू करेगा।


--- बेहतर शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बेंच और डेस्क जैसी सुविधाएं क्रमवार बढ़ाई जाएंगी। साथ ही, अध्ययन सामग्री की व्यवस्था भी सुनिश्चित होगी। आंगनबाड़ी के बच्चों को बेहतर शिक्षा, गर्म, ताजा और पका हुआ पोषाहार दिया जाएगा।


यही नहीं इन केंद्रों में करीब 12.50 लाख बच्चों को राज्य सरकार यूनिफॉर्म (ड्रेस) और जूते भी देगी। सरकार का मकसद है कि छोटे बच्चों का जब सरकारी स्कूल में कक्षा एक में एडमिशन हो तो वे बौद्धिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह से विकसित हों। इस पूरी योजना पर करीब 338 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।


--- आंगनबाड़ी केंद्रों में स्कूल में एडमिशन से पहले शिक्षा योजना के तहत खेलकूद के माध्यम से बच्चों को सामाजिक, शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक रूप से विकसित करने का काम किया जाता है। अब राज्य सरकार इन केंद्रों को और बेहतर बना रही है। इसी के तहत सरकार बच्चों को ऊनी कपड़े और ठंड से बचने के लिए 48 करोड़ रुपए खर्च करेगी।

 

--- आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण पर 100 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है। साथ ही, बेंच-डेस्क, अध्ययन सामग्री, ड्रेस और जूते के लिए 190 करोड़ रुपए दिए गए हैं। राज्य में 38,432 आंगनबाड़ी केंद्र में से करीब 6,900 केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र और करीब 3000 को मॉडल केंद्र बनाया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा विकसित करने का काम चल रहा है।


--- राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के लिए राज्य के दो हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को नर्सरी (यानि प्री स्कूल या बालवाटिका) से शिक्षा देने की भी एक अलग योजना है। केंद्र सरकार द्वारा पोषित यह योजना वैसे आंगनबाड़ी केंद्र पर लागू होगी जो स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा संचालित स्कूलों के परिसर में हैं।


--- इस संबंध में समाज कल्याण मंत्री- जोबा मांझी  ने कहा की.. राज्य सरकार आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को गर्म कपड़े पहले भी दे चुकी है। और इस बार भी दिया जाएगा। अब उन्हें स्कूल ड्रेस और जूते भी जल्द दिए जाएंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री स्कूल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से कई योजनाएं शुरू करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।

 



झारखंड की बड़ी ख़बरें
»»
Video
»»
संपादकीय
»»
विशेष
»»
साक्षात्कार
»»
पर्यटन
»»


Copyright @ Jharkhand Life
')