Breaking News
26 फरवरी खास होगा.. झारखंड के लिए पीएम मोदी 226.71 करोड़ की सौगात देंगे.. 26 फरवरी को तोहफों की झड़ी  |  लोकसभा चुनाव के लिए BJP का 'लाभार्थी संपर्क अभियान' से प्लान से गांव तक पैठ बनाने की तैयारी  |  "हेमंत सोरेन ने मेरी बात मानी होती.. तो आज जेल में नहीं होते" …JMM विधायक के बगावती तेवर!  |  “आज मेरी तो कल तेरी..” भाजपा नेताओं पर भड़के झामुमो विधायक, झारखंड में सरकार गिरने की बड़ी वजह बता दी..  |  PM Kisan Yojana: हजारों किसानों को लग सकता है बड़ा झटका! अब ये करने पर ही मिलेंगे 2000 रुपये..  |  चंपई सरकार ने विधानसभा में हासिल किया विस्वास मत, पक्ष में पड़े 47 वोट  |  '..बाल बांका करने की ताकत', विधानसभा में फूटा हेमंत सोरेन का गुस्सा, ED-BJP के साथ राजभवन को भी घेरा  |  CM बनते ही एक्शन में चंपई सोरेन, 3 वरिष्ठ अधिकारियों की दी बड़ी जिम्मेदारी; लॉ एंड ऑर्डर सख्त करने की तैयारी  |  अयोध्या के लिए Special Train.. 29 जनवरी को 22 कोच के साथ रवाना होगी आस्था स्पेशल एक्सप्रेस, जानें ट्रेन का शेड्यूल  |  अयोध्या के लिए Special Train.. 29 जनवरी को 22 कोच के साथ रवाना होगी आस्था स्पेशल एक्सप्रेस, जानें ट्रेन का शेड्यूल  |  
राजकीय

उमेश कुमार झा, झारखण्ड लाइफ। 06/05/2023 :
स्कूलों में शत प्रतिशत नामांकन और जीरो परसेंट ड्रॉप आउट का लक्ष्य को लेकर JEPC द्वारा सभी DEO को दिए निर्देश..
 
चालू सत्र में सरकारी स्कूलों में नामांकन के योग्य सभी बच्चों का अब भी नामांकन नहीं हुआ है। जिनका एडमिशन हुआ, उनका भी ड्रॉप आउट नहीं रुक रहा। इस बीच झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने ‘प्रयास’ कार्यक्रम के तहत सितंबर तक शत प्रतिशत नामांकन और जीरो परसेंट ड्रॉप आउट का लक्ष्य रखा है।


JEPC ने सभी DEO को निर्देश भेजकर स्कूलों के लिए कार्यक्रम तय किया है। आखिर कितने बच्चों का नामांकन नहीं हुआ, इसका सही डाटा JEPC के पास नहीं है, पर राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी स्वीकार करती हैं कि अभी भी 35 से 40 प्रतिशत स्कूलों में नामांकित बच्चे नियमित विद्यालय नहीं आ रहे हैं।


--- प्रयासके बारे में जानकारी दी गई है कि इसके अंतर्गत सितंबर तक सभी अनामांकित बच्चों का नामांकन कराना है। इसी अवधि तक ड्रॉप आउट दर को भी जीरो पर लाना है। एक वर्ष में शिशु पंजी को दो बार अपडेट करना है। इसके लिए सभी जिलों के एक सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी और प्रत्येक प्रखंड के एक प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाना है। स्कूलों में सभी बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराना है।


--- JEPC की एक रिपोर्ट के अनुसार सरकारी स्कूलों में बच्चों की नियमित उपस्थिति कम हुई है। पिछले वर्ष जहां 53 प्रतिशत बच्चों के स्कूल आने की सूचना थी, वहीं इस साल के प्रारंभ में उपस्थिति 40 प्रतिशत पर ठहर गई थी। नये शैक्षणिक सत्र में बच्चों के स्कूल आने की दर थोड़ी बढ़ी है, पर इसे संतोषजनक नहीं माना जा रहा है।

                    

--- इस सन्दर्भ में शिक्षा सचिव के. रवि कुमार कहते हैं, ‘प्रयासविद्यालय में होनेवाली एक ऐसी गतिविधि है, जिसके माध्यम से हम विद्यालय से अनुपस्थित रहनेवाले सभी बच्चों की पहचान कर सकते हैं। उनके अनुपस्थित रहने के कारणों की पड़ताल कर सकते हैं और इनके नियमित करने के उपाय कर सकते हैं। हम पहले से भी ऐसा करते आए हैं। इसे संशोधित करते हुए पुन: लागू कर रहे हैं।



झारखंड की बड़ी ख़बरें
»»
Video
»»
संपादकीय
»»
विशेष
»»
साक्षात्कार
»»
पर्यटन
»»


Copyright @ Jharkhand Life
')