IIT धनबाद के टेक्समिन (यानी टेक्नाेलाॅजी इनाेवेशन हब
हन माइनिंग) फाउंडेशन ने बेहतरीन गुणवत्ता वाली ग्राफीन तैयार की है। इसकी परत अगर
किसी भवन या फर्नीचर के पेंट पर चढ़ा दी जाए, ताे सामान्य के मुकाबले दाेगुने समय तक चमक बनी रहती है। अगर लाेहे पर इसकी
काेटिंग कर दी जाए, ताे उसमें कभी जंग
नहीं लगेगा। इस ग्राफीन काे काेयले से तैयार किया गया है, जाे धनबाद समेत विभिन्न राज्याें में प्रचूर मात्रा
में उपलब्ध है।
--- इस खास उत्पाद काे टेक्समिन के स्टार्टअप मेसर्स ग्राफिनेरा प्राइवेट
लिमिटेड ने बनाया है। इसके CEO सूरज प्रकाश ने
बताया कि इसका उपयाेग स्पेस टेक्नाेलाॅजी और एराेप्लेन में भी कर सकते हैं। गुड
कंडक्टर हाेने की वजह से इलेक्ट्राॅनिक उपकरणाें में भी उपयोग संभव है।
--- इस ग्राफीन काे बनाने की विधि और इसके लिए उपयाेग में लाई गई मशीन का
पेटेंट हासिल करने के लिए कंपनी ने आवेदन भी किया है। इसे बनानेवाली टीम में शामिल
IIT के पासआउट नारायण
अग्निहाेत्री और शुभम पाल ने कहा कि इससे अच्छी गुणवत्ता की ग्राफीन फिलहाल कहीं
नहीं बन रही है।
--- सूरज प्रकाश ने बताया कि काेयले का ही एक रूप ग्रेफाइट है। उसमें कार्बन की
कई परतें हाेती हैं। उसकी एक परत ही ग्राफीन है। यह स्टील से 200 गुना मजबूत, लेकिन फिर भी काफी हल्की हाेती है।