वहां के ग्रामीण पेड़ से चिपक गये और पेड़ काटने
का विरोध करने लगे। विरोध इतना तेज था कि गोपालीचक कोलियरी प्रबंधन को पेड़ काटे
बगैर वापस लौटना पड़ा। इस विरोध में पर्यावरण बचाओ संघर्ष मोर्चा के सैकड़ों
महिला-पुरुष और युवा भी शामिल थे।
-- ग्रामीणों ने आरोप लगाया
कि प्रबंधन गलत तरीके से पेड़ काटना चाहता था। ग्रामीण पेड़ पर चिपक गये और पेड़
ना काटने की मांग करते रहे। ग्रामीणों के विरोध की जानकारी मिलने के बाद धनबाद वन
प्रमंडल के DFO के दवारा BCCL PB एरिया के GM अरुण कुमार व कोलियरी एजेंट AK वर्मा
को धनबाद बुलाया गया. कोलियरी एजेंट ने बताया कि पेड़ काटने का काम रोका गया है। पेड़
काटने की सूचना मिलने के बाद झोपड़िया धौड़ा के पास बड़ी संख्या में लोग एकजुट होकर
प्रबंधन का विरोध करने लगे थे।
-- साथ ही BCCL अधिकारियों का कहा की, खनन स्थल के समीप कंपनी के तीन-चार आवास हैं. जबकि अन्य 90 घर अतिक्रमण कर बनाए गए हैं। आपको बता दूँ.. BCCL ने
पुटकी 13 नंबर में DAV
अलकुसा के सामने 25 हेक्टेयर जमीन में
आउट-सोर्सिंग कंपनी STG एसोसिएट्स को ओपन कास्ट पैच के लिए काम सौंपा है। नये पैच
से सवा 3 लाख टन कोयला का
उत्पादन होना है. इसके दायरे में आ रहे 1705 पेड़ काटे जाने का फैसला लिया गया है लेकिन ग्रामीणों के विरोध को देखते
हुए इसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। इनमें से 329 पेड़ों को ट्रांसप्लांट किये जाने का फैसला लिया गया है।