कंपनी के सीईओ एसबी ख्यालिया ने बताया कि चार महीने से अधिक समय तक बिजली आपूर्ती का ट्रायल किया गया है। अब बांग्लादेश को 748 मेगावाट बिजली की व्यावसायिक आपूर्ति शुरू कर दी गई है। वहि पहले दिन फुल लोड बिजली की आपूर्ति की गई।
-- झारखंड के गोड्डा में निर्मित अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट की क्षमता 1600 मेगावाट है। यहां 800 मेगावाट की दो यूनिट स्थापित हैं। अभी पहली यूनिट से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। यह दुनिया में सर्वश्रेष्ठ श्रेणी के पावर प्लांट में शामिल है।
कंपनी के अनुसार, यह भारत का पहला पावर प्लांट है, जिसे 100 प्रतिशत फ्लू गैस डी-सल्फ-राइजेशन (यानी FGD), SCR और जीरो वॉटर डिस्चार्ज के साथ ऑपरेट किया जा
रहा है। जल्द ही इस प्लांट की दूसरी यूनिट से 800 मेगावाट बिजली का व्यावसायिक उत्पादन शुरू होगा।
आपको बता दूँ .. कंपनी का बांग्लादेश के साथ 25 साल तक का पावर परचेज एग्रीमेंट है। पांच अप्रैल को पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ बांग्लादेश के अधिकारियों की मौजूदगी में कामर्शियल ऑपरेशन टेस्ट पूरा किया गया था।
कोयला और पानी के उत्सर्जन
और खपत को नियंत्रित करने के लिए यहां अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी का उपयोग
किया जा रहा है। पर्यावरण, वन और जलवायु
परिवर्तन मंत्रालय के नए पर्यावरणीय मानदंडों का पूरी तरह से ध्यान रखा गया है।
अदाणी पावर प्लांट के
आधिकारिक रूप से चालू हो जाने के बाद अब करार के अनुसार, कुल उत्पादित बिजली का 25 प्रतिशत कंपनी को झारखंड सरकार को देना है। यह बिजली
कंपनी नेशनल पूल से खरीद कर झारखंड सरकार को मुहैया कराएगी।
कंपनी के साथ हुए करार के
अनुसार, कंपनी झारखंड को 400 मेगावाट बिजली अनुदानित दर पर मुहैया कराएगी। कंपनी
के PRO ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।