Breaking News
26 फरवरी खास होगा.. झारखंड के लिए पीएम मोदी 226.71 करोड़ की सौगात देंगे.. 26 फरवरी को तोहफों की झड़ी  |  लोकसभा चुनाव के लिए BJP का 'लाभार्थी संपर्क अभियान' से प्लान से गांव तक पैठ बनाने की तैयारी  |  "हेमंत सोरेन ने मेरी बात मानी होती.. तो आज जेल में नहीं होते" …JMM विधायक के बगावती तेवर!  |  “आज मेरी तो कल तेरी..” भाजपा नेताओं पर भड़के झामुमो विधायक, झारखंड में सरकार गिरने की बड़ी वजह बता दी..  |  PM Kisan Yojana: हजारों किसानों को लग सकता है बड़ा झटका! अब ये करने पर ही मिलेंगे 2000 रुपये..  |  चंपई सरकार ने विधानसभा में हासिल किया विस्वास मत, पक्ष में पड़े 47 वोट  |  '..बाल बांका करने की ताकत', विधानसभा में फूटा हेमंत सोरेन का गुस्सा, ED-BJP के साथ राजभवन को भी घेरा  |  CM बनते ही एक्शन में चंपई सोरेन, 3 वरिष्ठ अधिकारियों की दी बड़ी जिम्मेदारी; लॉ एंड ऑर्डर सख्त करने की तैयारी  |  अयोध्या के लिए Special Train.. 29 जनवरी को 22 कोच के साथ रवाना होगी आस्था स्पेशल एक्सप्रेस, जानें ट्रेन का शेड्यूल  |  अयोध्या के लिए Special Train.. 29 जनवरी को 22 कोच के साथ रवाना होगी आस्था स्पेशल एक्सप्रेस, जानें ट्रेन का शेड्यूल  |  
पर्यटन

उमेश कुमार झा, झारखण्ड लाइफ। 29/03/2023 :
रांची में शुरू होने जा रही बैटरी बसों की सेवा.. किराया होगा बहुत सस्ता...
 
झारखंड में बैट्री संचालित एसी बसों के परिचालन को लेकर धरातल पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राजधानी रांची से इसकी शुरुआत हो रही है जो धीरे-धीरे अन्य जिलों में भी लागू की जाएंगी।

रांची के लिए 24 एसी बसों की खरीदारी को स्वीकृति प्रदान की गई है। केंद्र सरकार के परामर्श के आधार पर इस व्यवस्था को शुरू करने की तैयारी की गई है।

आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने इसको लेकर कुछ दिनों पूर्व ही सरकार को निर्देश दिया था। मंत्रालय ने सुझाव दिया था कि रांची में बसों का परिचालन पीपीपी मोड पर किया जाए।

अभी तक की तैयारियों के अनुसार राजधानी रांची में बसों का संचालन पूर्व से निर्धारित 13 रूट और 110 पड़ावों के आधार पर किया जाएगा। एसी इलेक्ट्रिक बसों के लिए चौड़ी सड़कें चाहिए। अभी मेन रोड समेत प्रमुख सड़कों पर ही बसों का परिचालन किया जाएगा।

एसी बसों की लंबाई भी सामान्य सिटी बसों से अधिक होती है। रांची नगर निगम में 220 सामान्य सिटी बसों की भी खरीदारी होगी। केंद्र सरकार ने तय किया है कि पांच से 40 लाख तक की आबादी वाले शहरों में बस परिवहन द्वारा सुगम यातायात सुनिश्चित करने के लिए पीपीपी मोड पर बसों का परिचालन किया जाएगा।

बसों के संचालन के लिए तैयार योजना के अनुसार दस वर्षों में 247 करोड़ रुपये का घाटा होगा। रांची शहर के आसपास के इलाकों में संचालन के लिए 244 बसों की आवश्यकता होगी और आकलन के अनुसार बसों के परिचालन पर कुल सकल लागत 42.1 रुपये प्रति किमी होगी।

इन बसों के परिचालन से 44.8 रुपये प्रति किलोमीटर राजस्व का संग्रह होगा। इस प्रकार प्रति किमी घाटा 17.3 रुपये है। 10 वर्षों में इन बसों के परिचालन से 247 करोड़ रुपये का घाटा राज्य सरकार को उठाना होगा।

 

खास बातें

1. एसी बसों की खरीदारी पर खर्च : 103.30 करोड़ रुपये

2. प्रतिदिन बसों द्वारा तय की जानेवाली दूरी : 174 किमी

3. शून्य से दो किमी तक का भाड़ा : 5 रुपये

4. दो से पांच किमी तक का भाड़ा : 10 रुपये

5. पांच से 10 किमी तक का भाड़ा : 15 रुपये

6.10 किमी से अधिक का भाड़ा : 20 रुपये

7. प्रति दो वर्ष में भाड़ा में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी

बसों का भाड़ा यूनिवर्सल फेयर कलेक्शन सिस्टम के माध्यम से वसूला जाएगा। इसके लिए एजेंसी का चयन अलग से होगा। राज्य सरकार एजेंसी के साथ प्रति किमी की सेवा के आधार पर दर का निर्धारण करने के बाद करार करेगी।



झारखंड की बड़ी ख़बरें
»»
Video
»»
संपादकीय
»»
विशेष
»»
साक्षात्कार
»»
पर्यटन
»»


Copyright @ Jharkhand Life
')