मुख्यमंत्री ने कहा कि 1932 पहले से तो यह था ही.. है और रहेगा। राज्य की वर्तमान
स्थिति से समझौता हमारी मजबूरी नहीं है। मैं शेर का बच्चा हूं, लंबी छलांग के लिए दो कदम पीछे आया हूं। उन्होंने
दुहराया कि 100 प्रतिशत झारखंडियों की नौकरी
मिले, इसके लिए उन्होंने नियमावली
बनायी। लेकिन विपक्ष ने कभी विरोध कर, तो कभी हाईकोर्ट में इसे ले जाकर लटका दिया। जब आजसू के
सीपी चौधरी मंत्री थे तो वर्ष 1985 पर आधारित
स्थानीय नीति बनी।
मुख्यमंत्री ने बजट सत्र का समापन भाषण के दौरान कहा
की.. आज आजसू 1932 की मांग कर रहा है। कुछ लोग
गाड़ी-घोड़ा और बंगला के लिए हमेशा इधर से उधर करते रहे हैं और उन्हीं लोगों के
कारण यह स्थिति बनी है। पूर्व की सरकार ने यहां की नौकरियों में बाहरी को भर दिया
गया। कोडरमा में 173 पदों पर हुई शिक्षकों की
नियुक्ति में 47 यूपी और बिहार के हैं। हालांकि, इस पर सुदेश महतो ने उठकर कहा कि वह पहले भी 1932 के समर्थक थे और आज भी हैं। वर्तमान सरकार क्यों भूल जा
रही है कि JPSC का टॉपर कोलकाता का है। सीएम ने इस दौरान यह आश्वासन दिया कि होमगार्डों
का मानदेय बढ़ेगा।
सीएम ने कहा कि हम आपातकाल में खड़े हैं। केंद्र और
भाजपा ने देश का बेड़ा गर्क कर रखा है। लोकसभा सत्ता पक्ष के लोग नहीं चलने दे रहे
हैं। राज्य सरकार पर आरोप लगाने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
हवाई जहाज पर चढ़ाने की बात करनेवाले इन लोगों ने रेलवे और सरकारी संपत्तियों को
बेच दिया। 31 लोगों के पास देश की 70% संपत्ति है। व्यापारी मित्रों का 10 लाख करोड़ का लोन माफ कर दिया। ये ऐसे पूंजीपति हैं जो
न तो रोजगार दे रहे हैं और ना ही देश की अर्थव्यवस्था को ही मजबूत कर रहे हैं।
पहले एक कहावत सुना था ना खाऊंगा न खाने दूंगा। लेकिन आज देश मे स्थिति यह है कि न
बात करूंगा न काम करूंगा।
सीएम ने कहा कि गरीबों का कंबल किसने लूटा। CNT-SPT
एक्ट को बदलने का प्रयास किसने किया। यही लोग कहते थे झारखंड के लोगों को नौकरी
पाने की योग्यता नहीं है। हाथी उड़ाने का काम किसने किया। सीपी सिंह हरमू नदी को
हरमू नाला बना दिया। 20 वर्षों में पहली बार तपोवन मंदिर
के जीर्णोद्धार करने का काम उन्होंने किया। रांची में 23 साल में एक भी फ्लाई ओवर नहीं बना। इन्होंने 11 लाख गरीबों का राशन कार्ड डिलीट कराया।