मतलब ये है की झारखंड में कोरोना के साथ- साथ हांगकांग फ्लू के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। इन बीमारियों से निपटने के लिए रिम्स और सदर अस्पताल में पूरी तैयारी की जा चुकी है। राज्य में कोरोना संक्रमण के मरीजों के मिलने के बाद राज्य सरकार ने सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य
सचिव अरुण कुमार सिंह ने राज्य के निजी जांच घरों को अब कोरोना की तरह हांगकांग
फ्लू के मरीजों की भी सूचना स्वास्थ्य विभाग व IDSP को देने का आदेश दिया है।
मरीजों के उपचार को लेकर जिलों में बेड सुरक्षित रखने को कहा गया है। स्वास्थ्य
कर्मियों को ट्रेनिंग भी दी गई है। राज्य सरकार हॉगकॉम फ्लू के बढ़ते खतरे को
गंभीरता से ले रही है।
झारखंड में अब तक हांगकांग फ्लू
के दो मरीज मिले हैं। जिसमे रांची में एक बच्चा इससे संक्रमित है जबकि दूसरा मरीज
जमशेदपुर की एक महिला है। आपको बता दूँ.. इस मौसम में इन्फ्लूएंजा एक मौसमी बीमारी
है। यह श्वसन रोगजनकों जैसे एडेनो-वायरस आदि के लिए भी अनुकूल है। ऐसे में खाश कर
के बुजुर्गों को, कई बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को, गर्भवती एवं बच्चों
को ज्यादा सावधानी और एहतियात बरतने की जरुरत हैं।
राज्य सरकार इस बढ़ते संक्रमण को
लेकर गंभीर है। सभी उपायुक्त को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। जांच की
रफ्तार एक बार फिर तेज करने का निर्देश भी दिया गया है। निर्देश में अपर मुख्य
सचिव ने कहा है कि इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के
रोगियों की निगरानी करें और संदिग्ध मरीजों के नमूने की इंफ्लुएंजा के साथ-साथ
कोविड और एडेनोवायरस की आवश्यकतानुसार जांच कराएं।