कई राज्यों में हांगकांग फ्लू के बढ़ते खतरे ने मास्क को दोबारा लौटा दिया है।वहीँ बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी राज्यों के उपायुक्तों को अलर्ट जारी किया है। राज्य के सभी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की पहचान करने और हर दिन के आंकड़े की जानकारी रखने की हिदायत दी है।
मौसम बदलने की वजह से हो रही सर्दी खांसी को भले ही लोग गंभीरता
से नहीं ले रहे लेकिन यह फ्लू भी हो सकता
है। ऐसे मरीज जिन्हें लंबे समय से सर्दी, खांसी, गले में दर्द, बुखार जैसी
समस्या है उनकी पहचान करके नमूना इकट्ठा कराए जाएं और इन्फ्लुएंजा, कोविड और एडेनो
वायरस का टेस्ट कराया जाए। आपको बता दूँ कई जिलों में ऐसे मामले देखे जा रहे हैं
लेकिन यह पुष्टि नहीं हो रही है कि क्या यह इन्फ्लुएंजा ए वायरस है या साधारण
समस्या है।
उपायुक्तों को निर्देश गया है कि अस्पताल में बिस्तर, दवा, बेड, ऑक्सीजन जैसी
जरूरी चीजों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। साथ ही सभी जिलों को इस संक्रमण के
संबंध में जागरुक करने का निर्देश दिया गया है। वहीँ रिम्स, रांची और MGM, जमशेदपुर के
वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब को इन्फ्लूएंजा की जांच के लिए नामित किया गया
है।
इस बढ़ते हांगकांग फ्लू के खतरे को लेके स्वास्थ्य मंत्री ने
बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्यवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार बुनियादी
सुविधाओं पर पूरा ध्यान दे रही है। और वह पूरी तरह तैयार हैं। सरकार के पास
पर्याप्त मात्रा में संसाधन है। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में आईसीयू और
ऑक्सीजन बेड है। ऑक्सीजन की व्यवस्था है। जांच की सुविधा भी उपलब्ध है।