साहिबगंज-महाराजपुर मुख्य सड़क पर महाराजपुर भट्टा समीप गुरुवार की देर शाम हाइवा की चपेट में आने से महाराजपुर बाजार निवासी रामचंद्र महतो के पुत्र 28 वर्षीय गोरकी महतो की मौत हो गई। इस हादसे में गोरकी महतो की पत्नी 25 वर्षीय गुड़िया देवी व उसके दो बच्चों तीन वर्षीय पुटकी कुमारी व दो वर्षीय लव कुमार घायल हो गए थे। सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। बाद में गुड़िया देवी की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें मालदा के लिए रेफर किया गया और वहीं ले जाने के क्रम में रात के 11 बजे उनकी मौत हो गई।
गुस्से में आए लोगों ने किया सड़क जाम
घटना के विरोध में लोगों ने टायर
जलाकर सड़क जाम कर दिया। ग्रामीण मुआवजा व दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे
हैं। घटना के बाद धक्का मारने वाला हाइवा का चालक फरार हो गया है। बताया जाता है
कि गोरकी महतो की जमीन फोर लेन निर्माण में चली गई है। इसके एवज में उसे मुआवजा का
भुगतान किया गया है। मिली राशि से वह मसकलैया में घर का निर्माण करा रहा है।
गुरुवार की शाम वहां का काम समाप्त होने के बाद वह बाइक संख्या (JH8L9151) से अपनी पत्नी गुडिया देवी एवं अपने दो बच्चों के साथ महाराजपुर
बाजार लौट रहे थे।
मृत महिला के गर्भवती होने का खुलासा
इसी दौरान भट्टा के समीप महाराजपुर की
ओर से तेज रफ्तार से आ रहे हाइवा (JH09AG1068) ने धक्का मार दिया।
गिरने के बाद हाइवा संख्या (JH08AAL1742)
ने उन्हें कुचल दिया। इससे गोरकी
महतो की मौत मौके पर हो गई। अन्य लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद
हिंदू रक्षा मंच के बजरंगी महतो घटनास्थल पर पहुंचे तथा इसकी जानकारी तालझारी थाना
को दी। सूचना मिलते ही पुलिस कर्मी घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को सदर अस्पताल ले
गए। बताया जाता है कि गुड़िया देवी गर्भवती है।
आज कराया जाएगा शवों का पोस्टमार्टम
फिलहाल दोनों शव थाना में रखा हुआ है।
इन्हें आज पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। उधर, बीडीओ साइमन मरांडी, इंस्पेक्टर राजीव
रंजन, थाना प्रभारी आदि ने पहुंचकर रात एक बजे जाम समाप्त कराया। हाइवा
मालिक ने साढ़े छह लाख रुपया मुआवजा देने की बात कही है। जिला प्रशासन की ओर से भी
दो लाख रुपये दिए जाएंगे।
जनता ने की हाइवा को जलाने की भी कोशिश
मौके पर थाना प्रभारी तालझारी प्रमोद
कुमार टुडू, कृष्णा साहू,
राजमहल, राधानगर व तीनपहाड़ थाना के पुलिस
पदाधिकारी मौजूद थे। ग्रामीणों में बजंरगी महतो मोहन मरांडी, विश्वास रविदास आदि
थे। उग्र लोगों ने हाइवा में आग लगाने का प्रयास किया। प्रशासन की सतर्कता से वाहन
बच गया।