फर्जीवाड़ा: बाल विकास परियोजना में नियुक्ति के नाम पर फर्जीवाडे का खुलासा
कल्याण विभाग झारखंड सरकार के अंतर्गत आने वाले बाल विकास परियोजना में फर्जी तरीके से नियुक्ति किए जाने का मामला सामने में आया है। मामला प्रकाश में आते ही कल्र्याण निदेशक की ओर से बताया गया कि इस तरह की कोई नियुक्ति नहीं की जा रही है। बाल विकास परियोजना में नियुक्ति का फर्जीवाड़ा ठीक वैसे ही पता चला है, जैसे कुछ दिनों पहले जेएसएससी की फर्जी वेबसाइट बना कर आवेदन करने को कहा गया था। फर्जी तरीके से नियुक्ति किए जाने की बात पता चलते ही कल्याण निदेशक की ओर से चिट्ठी जारी की गयी।
संविदा पर नियुक्ति का था विज्ञापन
बाल विकास परियोजना निदेशक के मुताबिक 23 दिसंबर को विभिन्न बाल विकास परियोजना के तहत 19 जिलों में संविदा आधारित नियुक्ति के लिए मेधा सूची तैयार कर इंटरव्यू लेने की सूचना वायरल हुई थी। यह व्हाट्स एप सहित अन्य सोशल मीडिया में खूब फैल रहा था। यहीं से फर्जी तरीके से नियुक्ति करने की जानकारी मिली।
इंटरव्यू होने की बात कही गयी थी
जो पत्र जारी किया गया है, उसमें एक पता दिया गया था, जहां इंटरव्यू होने की बात कही गयी थी। इस पत्र में निदेशक, एम/ सेवरग्रीन सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, क्वार्टर नंबर 3/22, बी ब्लॉक, शिवपुरी कॉलोनी, हिनू, रांची, झारखंड का एड्रेस मेंशन किया गया है।
बाल विकास परियोजना में कोई नियुक्ति प्रक्रिया नहीं हो रही है
समाज कल्याण निदेशक ने स्पष्ट किया है कि बाल विकास परियोजना कार्यालय द्वारा इस प्रकार की कोई नियुक्ति प्रक्रिया नहीं हो रही है। ना ही इससे संबंधित कोई पत्र कार्यालय से निर्गत है। यह पत्र पूरी तरह फर्जी है। पूरी नियुक्ति प्रक्रिया ही फर्जी है।