सिर्फ चार दिन पहले, भारत और श्रीलंका का 50 ओवर के विश्व कप वर्ष में टी20ई श्रृंखला में जाना खेल के दृष्टिकोण से निरर्थक लग रहा था। लेकिन
दो करीबी मुकाबलों के बाद श्रृंखला को एक समान रूप से उलटने के बाद, शनिवार का समापन एकदिवसीय मैचों के लिए एक दिलचस्प अग्रदूत के रूप
में काम कर सकता है। कागज पर, हार्दिक पांड्या का भारत बहुत अधिक टी20ई अनुभव का दावा नहीं करता है। यह एक युवा टीम है, लेकिन ऐसे खिलाड़ियों के साथ जो आईपीएल में उच्च दबाव वाली
परिस्थितियों में बार-बार 'वहां रहे, ऐसा किया'। यह दोनों मुकाबलों में सामने
आया जहां उन्होंने अंत तक अपना संकल्प दिखाया और पहले मुंबई में जीत दर्ज की और
फिर पुणे में करीबी मुकाबले से चूक गए। श्रीलंका ने भी इस साल के एशिया कप में खिताबी दौड़ के दौरान
प्रचुर मात्रा में दिखाई देने वाली श्रृंखला में बहुत अधिक उत्साह लाया है। दासुन
शनाका ने टीम के व्हाइट-बॉल स्टॉक को सुधारने के लिए एक भूलने योग्य विश्व कप
अभियान की निराशा को दूर करते हुए, टीम को सराहनीय रूप से मदद की है। सप्ताहांत में छोटे अंतर के एक
और खेल की अपेक्षा करें।
भारत और श्रीलंका के बीच दो या
इससे अधिक मैचों की यह सातवीं टी-20 सीरीज है। इनमें भारत अब तक चार बार जीता है। एक में हार मिली और
एक सीरीज ड्रॉ रही। भारत अपनी धरती पर कभी भी श्रीलंका से टी-20 मैचों की सीरीज नहीं हारा है। पिछले दो मैचों में असफल रहे
शीर्षक्रम के भारतीय बल्लेबाजों को सीरीज जीतने के लिए अंतिम मुकाबले में राजकोट
की सपाट पिच पर ज्यादा से ज्यादा रन बनाने होंगे। साथ ही तेज गेंदबाज उमरान मलिक, शिवम मावी और अर्शदीप सिंह को अपनी धार और तेज करनी होगी।
बल्लेबाजी और
गेंदबाजी में सुधार की जरूरत
भारत और श्रीलंका के बीच दो या
इससे अधिक मैचों की यह सातवीं टी-20 सीरीज है। इनमें भारत अब तक चार
बार जीता है। एक में हार मिली और एक सीरीज ड्रॉ रही। भारत अपनी धरती पर कभी भी
श्रीलंका से टी-20 मैचों की सीरीज नहीं हारा है। पिछली बार 2021-22 में हुई सीरीज
में भारतीय टीम ने 3-0 से जीत दर्ज की थी। भारतीय टीम को श्रीलंका के खिलाफ लगातार दूसरी
टी-20 सीरीज जीतने के लिए बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही क्षेत्रों में
सुधार करने की जरूरत है।
बल्लेबाजों को मदद
करती है राजकोट की पिच
राजकोट की पिच बल्लेबाजों के
अनुकूल है। ओस के बीच सपाट पिच पर खूब रन बनते हैं। इसलिए जो भी कप्तान टॉस जीतेगा
वह बाद में बल्लेबाजी करना चाहेगा। यहां पर हुए पिछले चार टी-20 मैचों में
सर्वोच्च स्कोर 202 रन का है, जो भारत ने 10
अक्तूबर 2013 को ऑस्ट्रेलिया
के खिलाफ बनाया था।
दूसरा बड़ा स्कोर 201 रन का है, जो इसी मैच में
ऑस्ट्रेलिया ने बनाया था। यहां पर कभी भी 150 से कम रन नहीं बने हैं। इसलिए
गेंदबाजों के बजाय बल्लेबाजों के ऊपर ज्यादा जिम्मेदारी है कि वे यहां अधिक से
अधिक रन बनाएं। पिछले चार मैचों में भारत ने यहां तीन मैच जीते हैं, जबकि एक हारा
है। भारत और श्रीलंका क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में इस मैदान पर पहली बार
भिड़ेंगे।
दूसरे मैच में
भारतीय तेज गेंदबाज कोई असर नहीं छोड़ सके
पहले टी-20 मुकाबले में
शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय गेंदबाजों ने दूसरे मैच में जमकर रन लुटाए। साल 2022 के आईसीसी के
सर्वश्रेष्ठ उभरते खिलाड़ियों के पुरस्कार की दौड़ में शामिल अर्शदीप सिंह ने दो
ओवर में पांच नो बाल फेंकीं। पहले ओवर में उन्होंने लगातार तीन नो बाल डालीं। अंतरराष्ट्रीय
टी-20 में लगातार तीन नो बाल फेंकने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने।
अर्शदीप सिंह को अपनी लाइन और
लेंथ पर काम करने की जरूरत है। डेब्यू मैच में चार विकेट लेकर सनसनी मचाने वाले
शिवम मावी भी दूसरे मैच में चार ओवर में 53 रन लुटाए थे। वहीं, उमरान मलिक ने
जरूर तीन विकेट लिए, लेकिन चार ओवर में 48 रन खर्च किए। दूसरी ओर श्रीलंका
के तेज गेंदबाजों ने भारत के चार विकेट मात्र 34 रन के स्कोर पर ही गिरा दिए थे।
गिल लगातार दूसरी
बार फ्लॉप, ईशान-राहुल भी
कुछ खास नहीं कर सके
श्रीलंका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय
टी-20 में पदार्पण करने वाले शुभमन गिल लगातार दूसरे मैच में भी नाकाम
रहे। पहले मैच में उन्होंने सात और दूसरे में पांच रन ही बनाए। वहीं, संजू सैमसन के
चोटिल होने के बाद राहुल त्रिपाठी को दूसरे टी-20 मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट
में डेब्यू का मौका मिला। उन्हें तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया।
राहुल सिर्फ पांच रन बनाकर
मदुशंका की गेंद पर विकेट के पीछे कुशल मेंडिस को कैच थमा बैठे। उनके पास अपने
आपको साबित करने का मौका था,
लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा
सके। हालांकि, सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए अक्षर पटेल (65), सूर्यकुमार
यादव (51) और शिवम मावी (26)
के प्रयासों से भारतीय टीम 207 रन के लक्ष्य
के जवाब में 190 रन तक पहुंच सकी थी। पटले ने 24 रन देकर दो विकेट भी लिए थे।
अक्षर ने स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की कमी नहीं खलने दी।
टीमें इस प्रकार है
भारत : हार्दिक पंड्या (कप्तान), ईशान किशन, ऋतुराज
गायकवाड़, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव,
दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, जितेश शर्मा, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल, उमरान मलिक, शिवम मावी और
मुकेश कुमार।
श्रीलंका : दासुन शनाका (कप्तान), पाथुम निसांका, अविष्का
फर्नांडो, सदीरा समरविक्रमा,
कुशल मेंडिस, भानुका
राजपक्षे, चरिथ असलंका,
धनंजय डिसिल्वा, वानिंदु हसरंगा, अशेंन बंडारा, महेश तीक्ष्णा, चमिका
करुणारत्ने, दिलशान मदुशंका,
कसुन रजिता, दुनित वेलालगे, प्रमोद मदुशान, लाहिरू कुमारा
और नुवाना तुषारा।