Simdega Life News: झमाझम बारिश के बीच सिमडेगा उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह ने पर्यटन स्थल कंरगागुड़ी धाम का भ्रमण किया। यह भ्रमण पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक के पश्चात प्रस्तावित योजनाओं की वास्तविक उपयोगिता का आकलन करने के उद्देश्य से किया गया। बैठक में धाम के विकास हेतु विभिन्न योजनाएं प्रस्तुत की गईं, जिनकी स्थलीय समीक्षा कर उपायुक्त ने जनहित में उपयुक्त योजनाओं को प्राथमिकता देने की बात कही।

प्रथम भ्रमण के तहत करंगागुड़ी शिव मंदिर का निरीक्षण किया गया। उपायुक्त ने यहां सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापन, शेड की मरम्मत, हाईमास्ट लाइट लगाने सहित अन्य जनोपयोगी योजनाओं को चुने जाने का निर्देश दिया। विवाह मंडप के संचालन हेतु खेल एवं पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित भवन को समिति को हैंडओवर करने बात कहीं।
दूसरे भ्रमण में उपायुक्त ने वनदुर्गा मंदिर परिसर का दौरा किया। वहां उन्होंने पूजा अर्चना की इसके बाद समिति के सदस्यों के साथ बैठक में मंदिर परिसर की चारदीवारी, बोरिंग, शेड निर्माण एवं सौंदर्यीकरण की मांगों पर चर्चा हुई। उपायुक्त ने प्रस्ताव तैयार कर खेल पदाधिकारी को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। समिति ने बताया कि यहां प्रतिदिन झारखंड, ओड़िशा और छत्तीसगढ़ से श्रद्धालु आते हैं, जबकि नवरात्रि एवं चैती पूजा में यहां पर एक लाख से भी अधिक श्रद्धालु आते हैं।

तीसरे भ्रमण में उपायुक्त महोदया दनगद्दी पर्यटन पहुंची। दनगद्दी पर्यटन स्थल की प्राकृतिक सुंदरता को देखकर उपायुक्त काफी प्रभावित हुईं। उन्होंने नदी में उतर कर लहरों में आनंद ली तथा वहां की खूबसूरती को अपने फोन के माध्यम से कैद की। इस दौरान उन्होंने पर्यटन स्थल की साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश दिये। गठित पर्यटन मित्र समिति के माध्यम से साफ-सफाई कराए जाने की बात कहीं और प्रति पर्यटकों से एक निर्धारित शुल्क लेने का सुझाव दिया गया। जिसे उस राशि से बेहतर साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक एवं थर्माकोल के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश भी दिया गया। दूसरी ओर नदी के दूसरे छोर तक पहुंच सुनिश्चित करने हेतु विकास योजना तैयार करने पर ज़ोर दिया गया, साथ ही पुलिस पिकेट स्थापित करने की बात भी कही गई।
अंत में उपायुक्त ने बोलबा प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण कर सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। प्रखंड परिसर के एक पुराने भवन को ध्वस्त करने के निर्देश भी दिए गए।