
यात्री सुविधा में सुधार लाने और सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने जसीडीह स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 के बीच एक पैदल ऊपरी पुल (एफओबी) का शुभारंभ और विभिन्न स्थानों पर दो सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया।पैदल ऊपरी पुल ( एफओबी) रेलवे प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षित निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने सहित दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस बीच, सीमित ऊंचाई वाले सबवे लेवल क्रॉसिंग के लिए एक कुशल विकल्प के रूप में काम करते हैं, जो संभावित रेल-सड़क वाहनों के टकराव की संभावना को खत्म करते हैं। साथ ही वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करते हैं।

इस बुनियादी ढांचे के उन्नयन के हिस्से के रूप में, मथुरापुर – शंकरपुर खंड में एलएचएस नंबर 24 और सिमुलतला – घोरपारन खंड में एलएचएस नंबर 36 का निर्माण किया गया । लेवल क्रॉसिंग को एलएचएस से बदलने के कारण पैदल यात्री एवं रेल के बीच सीधा संपर्क खत्म हो जाता है जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाती है और लेवल क्रॉसिंग बंद होने के कारण होने वाली अनावश्यक देरी से भी निजात मिलती है।इसके अतिरिक्त, एलएचएस संरचनाएं मौसम-रोधी संपर्क (कनेक्टिविटी) प्रदान करती हैं, जिससे प्रतिकूल परिस्थितियों में भी निरंतर यात्रा सुगम होती है।

इन कार्यों को पूरा करने के लिए, उक्त रेल सेक्शन पर एक मेगा ब्लॉक लिया गया था। इस अवधि के दौरान, यात्रियों की आवाजाही में न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए आसनसोल और जसीडीह के बीच एक जोड़ी पैसेंजर ट्रेन चलायी गयी।
रेलवे के अनुसार जसीडीह स्टेशन पर नवनिर्मित पैदल ऊपरी पुल (एफओबी) प्लेटफार्मों के निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के साथ-साथ यात्रियों की आवाजाही को भी सुविधाजनक बनाएगा और स्टेशन परिसर को भीड़-भाड़ से मुक्ति भी दिलाएगा।इसी प्रकार नवनिर्मित दोनों एलएचएस रोड कनेक्टिविटी को सुरक्षित और बाधारहित बनाएगा, जिससे यात्रियों के साथ-साथ निवासियों को भी काफी सुविधा होगी।