

देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने नई योजना बनाई है. इसके लिए सभी आधुनिक सुविधा से युक्त स्टेट ऑफ आर्ट डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन 22 अप्रैल को दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 14 रात-15 दिन के “नॉर्थ ईस्ट डिस्कवरी” टूर पर रवाना करने का निर्णय लिया गया है.ट्रेन पर यात्रियों को दिल्ली सफदरजंग, गाजियाबाद, अलीगढ़, टुंडला, इटावा, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी रेलवे स्टेशनों पर सवार होने और उतरने की सुविधा उपलब्ध होगी-भारतीय रेल, देश के पूर्वोत्तर राज्यों के पर्यटन को बढ़ाने के लिए भारत गौरव डीलक्स एसी पर्यटक ट्रेन का संचालन शुरू कर रही है.इस ट्रेन को 22 अप्रैल 2025 को दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना किया जाना प्रस्तावित किया गया है.कुल 15 दिनों की इस यात्रा में पर्यटकों को असम स्थित गुवाहाटी, काजीरंगा, जोरहाट और शिवसागर, अरुणाचल प्रदेश में इटानगर, नागालैंड में दिमापुर और कोहिमा, त्रिपुरा में उनाकोटी, अगरतला और उदयपुर तथा मेघालय स्थित शिलॉन्ग और चेरापुंजी का भ्रमण कराया जाएगा।आधुनिक साज सज्जा के साथ तैयार डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन द्वारा पर्यटकों को न केवल पूर्वोत्तर भारत के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों के भ्रमण करने का अवसर प्राप्त होगा, वहाँ की सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौन्दर्य को निहारने का भी मौका प्राप्त होगा. उम्मीद की जा रही है कि भारत गौरव ट्रेन द्वारा संचालित यह यात्रा पूर्वोत्तर के राज्यों को रेल के द्वारा देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगी और घरेलू पर्यटकों को पूर्वोत्तर राज्यों के पर्यटन स्थलों के भ्रमण के लिए प्रेरित करेगी.

दिल्ली से रवाना होकर पर्यटक ट्रेन गुवाहाटी पहुंचेगी, जहां कामाख्या देवी मंदिर सहित उमानन्दा मंदिर का दर्शन कराया जाएगा.होटलों में रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है.साथ ही पर्यटक गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी पर क्रूज का आनंद भी ले सकेंगे.गुवाहाटी से चल कर यह ट्रेन अरुणाचल स्थित नाहरलगुन स्टेशन के लिए रवाना होगी, जहां पर्यटकों को प्रदेश की राजधानी इटानगर स्थित गोम्पा बुद्धिस्ट मंदिर और थेरावदा बुद्धिस्ट मंदिर का भ्रमण कराया जाएगा.

ट्रेन का अगला पड़ाव असम के पूर्वी भाग में स्थित शिवसागर होगा, जो प्राचीन अहोम वंश की राजधानी रहा है. शिवसागर में प्राचीन शिव मंदिर और अन्य विरासत स्थलों का भ्रमण करने के उपरांत पर्यटक जोरहाट के चाय बागान देखते हुए काजीरंगा के लिए बसों द्वारा रवाना किए जाएंगे,जहां रात्रि विश्राम भी होगा और अगले दिन पर्यटकों को काजीरंगा राष्ट्रीय अभयारण्य का भ्रमण कराया जाएगा.काजीरंगा से चलकर पर्यटक फुरकटिंग रेलवे स्टेशन जाएंगे, जहां से ट्रेन पर सवार होकर त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के लिए रवाना होंगे.
त्रिपुरा में पर्यटक दो दिनों के अंदर उनाकोटी के विरासत स्थल और अन्य ऐतिहासिक स्मारकों जैसे उजयंता महल और नीर महल का भ्रमण करेंगे. साथ ही पर्यटकों को उदयपुर स्थित शक्तिपीठ त्रिपुर सुंदरी मंदिर का दर्शन भी कराया जाएगा. यहाँ से ट्रेन अपने अगले पड़ाव नागालैंड स्थित दिमापुर रेलवे स्टेशन के लिए रवाना होगी, इस यात्रा में बदरपुर से लेकर लूमडिंग रेलवे स्टेशन के मध्य स्थित प्राकृतिक सौन्दर्य का आनंद भी ट्रेन यात्रा के माध्यम से लिया जा सकेगा.
दिमापुर से पर्यटक बसों द्वारा नागालैंड की राजधानी कोहिमा जाएंगे, जहां कोहिमा शहर के दर्शनीय स्थानों के भ्रमण के साथ ही पर्यटकों को स्थानीय नागा समुदाय की जीवन शैली को देखने के लिए खोनोमा गाँव का भ्रमण के साथ ही कोहिमा में रात्रि विश्राम की व्यवस्था भी कराई जाएगी.दिमापुर से ट्रेन अगले दिन गुवाहाटी के लिए प्रस्थान करेगी.गुवाहाटी पहुँच कर पर्यटकों को बसों द्वारा मेघालय की राजधानी शिलांग ले जाया जाएगा, जहां पर्यटक प्रसिद्ध ऊमियम झील और अन्य दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे.शिलांग में रात्रि विश्राम के पश्चात अगले दिन पर्यटक बसों द्वारा चेरापूंजी के आकर्षक प्राकृतिक स्थलों, सुंदर झरनों और प्राचीन गुफाओं को देख सकेंगे और शाम को गुवाहाटी के लिए रवाना हो जाएंगे.गुवाहाटी से रात्रि में ट्रेन पर्यटकों को लेकर दिल्ली वापसी के लिए प्रस्थान करेगी और यात्रा के 15वें दिन वापस दिल्ली पहुंच जाएगी.इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 5800 किमी की यात्रा पूरी की जाएगी.
यात्रा के दौरान एसी प्रथम, एसी द्वितीय पर्यटकों को ट्रेन की पैन्ट्री में निर्मित शुद्ध शाकाहारी भोजन ट्रेन के रेस्टोरेंट में परोसा जायेगा.एसी तृतीय श्रेणी के पर्यटकों को उनकी बर्थ पर पैन्ट्री में निर्मित शुद्ध शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा.अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस पूर्णतया वातानुकूलित पर्यटक ट्रेन में एसी प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी और एसी तृतीय के यात्री कोच के अतिरिक्त दो रेल डाइनिंग रेस्तरां एक आधुनिक किचन कार और यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक एवं स्वच्छ शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी.साथ ही सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर एवं सीसीटीवी कैमरे भी प्रत्येक कोच में उपलब्ध रहेंगे. पर्यटन को बढ़ावा देने के भारतीय रेल की इस पहल की जानकारी रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई है.