कोलकाता की जूनियर डॉक्टर की कथित रेप के बाद हत्या का मामला अब तूल पकड़ने लगा है।घटना के विरोध में डॉक्टरों ने राष्ट्रव्यापी OPD(Out-Patient Department) सेवा के बहिष्कार का ऐलान किया है।घटना से क्रोधित डॉक्टरों ने आगामी 14 अगस्त तक cease work का निर्णय लिया है. आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने आगामी 14 अगस्त तक कोलकाता पुलिस को घटना की पूरी तहकीकात कर रिपोर्ट सामने लाने का अल्टिमेटम दिया है।साथ ही कोलकाता की जिस RG Kar Medical College and Hospital में यह दर्दनाक घटना घटी है वहां के सभी सीनियर अधिकारियों को तुरंत हटाने की मांग की है। जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात की है।डॉक्टरों ने घटना की न्यायिक जांच की भी मांग की है।
उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता पुलिस को 18 अगस्त तक Case को solve करने का आदेश दिया है अन्यथा राज्य सरकार द्वारा इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करने की बात कही गई है।
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह कलकत्ता के RG Kar Medical College and Hospital की एक महिला चिकित्सक का शव कॉलेज के सेमिनार हॉल के पास मिला था। इस संबंध में पुलिस द्वारा शनिवार को एक सिविल वॉलंटियर को गिरफ्तार किया गया है और उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है।
रविवार तक जूनियर डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवा जारी रखा था लेकिन सोमवार सुबह से इनलोगों ने सभी कार्य का बहिष्कार कर दिया है।स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा सभी वरीय चिकित्सकों की छुट्टी रद्द कर उनसे काम पर तुरंत लौटने का आग्रह किया गया है।
उधर मामले को लेकर रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के छात्र संगठन द्वारा भी मेडिकल कॉलेज के मामले में घटना की न्यायिक जांच की मांग की जा रही है।सी पी एम् के छात्र संगठन द्वारा भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस घटना को लेकर Federation of Resident Doctor’s Association ( FORDA) द्वारा सभी सेवा के बहिष्कार का आह्वान किया गया है और मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की गई है।
जूनियर डॉक्टरों के इस आंदोलन का असर दिल्ली ऐम्स पर भी देखा जा रहा है।अस्पताल से देश के सबसे बड़ी ओपीडी सेवा संचालित होती है जहां प्रतिदिन लगभग दस हजार मरीजों की भीड़ जुटती है लेकिन आंदोलन के कारण यहां भी रजिस्ट्रेशन में भारी गिरावट आई है।