निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा- 'आयुष्मान के लाभुकों को अपनी पहचान के लिए भटकना नहीं पड़े। इसके लिए रजिस्ट्रेशन से लेकर उनकी पहचान तक के लिए देशभर में एक कार्ड (टोकन) इश्यू किया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसे फ्री में बांटा जाएगा। ताकि वो हॉस्पिटल में जाकर दावा कर सकें कि आयुष्मान के लाभुक हैं।'
हॉस्पिटल को जोड़ने के साथ पैकेज चार्ज बढ़ाया जाएगा
शर्मा ने बताया- 'देशभर में आयुष्मान के तहत ज्यादा से ज्यादा हॉस्पिटल्स को जोड़ा जाएगा। साथ ही हॉस्पिटल के पैकेज को रिजनेबल किया जाएगा, ताकि प्राइवेट हॉस्पिटल को इलाज के बदले उचित राशि मिल सकें। प्राइवेट हॉस्पिटल की भागीदारी बढ़ाने के लिए ये जरूरी है।'
ईमानदार हॉस्पिटल को क्लेम करते ही मिलेगी 50% राशि
प्राइवेट हॉस्पिटल के क्लेम का निपटारा जल्दी किया जाए। अगर किसी हॉस्पिटल के क्लेम में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है तो उन्हें ग्रीन चैनल में शामिल किया जाएगा। क्लेम सब्मिट करते ही 50% भुगतान किया जाएगा। झारखंड में पहले से ही इस तरह का स्टेप लिया जा रहा है।