दिल्ली(न्यूज़ ग्राउंड) : आज मुनिरका स्थित डीडीए फ्लैट्स से माओवादी संगठन का प्रमुख रोना विल्सन को गिरफ्तार कर लिया गया। जेनएयू का विद्यार्थी रहा केरल निवासी रोना विल्सन ही माओवादियों की ट्रांसफर, पोस्टिंग, हथियार सप्लाय से लेकर धन की व्यवस्था, आईडीयोलॉजिकल सपोर्ट, ट्रेनिंग के साथ साथ प्रोपेगेंडा और नैरेटिव्स को चलाने का काम करता था।जानकारी के अनुसार रोना विल्सन जेएनयू के प्रतिबंधित छात्र संगठन डीएसयू का नेता था। रोना विल्सन को जेनएयू के आजादी गैंग का मुख्य सूत्रधार और भारत विरोधी गतिविधियों का संचालक बताया जाता है। माओवादी गतिविधि को शहरों में अंजाम देने के लिए अर्बन माओइस्ट फ्रंट संचालन रोना विल्सन द्वारा ही होता था शहरी माओवाद का पूरा संचालन इसके ही हाथ में था। रोना विल्सन संसद हमले का अभियुक्त रहा प्रोफेसर गिलानी का भी निकट सहयोगी रहा है। पुणे पुलिस ने विगत 19 अप्रैल को रोना विल्सन समेत 14 संदिग्ध माओवादियों के घर पर छापा मारकर उनके लैपटॉप, पेन ड्राइव,हार्ड डिस्क, मेमरी कार्ड, मोबाईल फोन इत्यादि सारे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त कर लिया था। उन सबसे मिली जानकारी हिला देने वाली थी। उससे प्राप्त अनेकानेक सबूत जो पर्याप्त आधार थे गिरफ्तारी के लिए, उनके आधार पर पुणे पुलिस ने यह गिरफ्तारी की है। रोना के प्रमुख सहयोगी साथी आधिवक्ता सुरेंद्र गाडगिल एवं प्रोफेसर सोमा सेन दोनो नागपुर से तथा सुधिर धावले को मुम्बई से एक ही समय में गिरफ्तार किया गया है। ये सब रोना के सहयोगी थे