अभी मई में मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के 4 वर्ष पूरे किए, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से पूरा देश आज भी उनकी तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा है भारतीय जनमानस में एक जन नायक के रूप में प्रधानमंत्री जी पूर्ण रूप से स्थापित हो चुके है 2014 में एनडीए को मिला जनादेश कांग्रेस की यूपीए सरकार के कारण देश में आये हताशा और निराशा के माहौल को ख़त्म कर आशा और उमंगों को परवाज देने वाला जनादेश था । संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद संसदीय दल की पहली ही बैठक में श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्पष्ट कर दिया था कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार देश के गाँव, गरीब, किसान, दलित, पिछड़े, आदिवासी, युवा एवं महिलाओं के कल्याण के प्रति समर्पित सरकार होगी और हम देश के गौरव को दुनिया में आगे बढ़ाने का काम करेंगे। आज चार साल बाद जब हम पीछे मुड़ कर देखते हैं तो यह स्पष्ट होता है मोदी जी जिस प्रकार भारतीय जनता में एक नायक के रूप में उभरे है तो वही कुछ ऐसे निति और निर्णय के कारण उनको जनता की आलोचना भी सहनी पड़ी है आज ऐसे ही कुछ गंभीर मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री जी के कार्य कलापों की स्पष्ट व्याख्या एवम मोदी सरकार के चार वर्ष का कार्यकाल को लेकर न्यूज़ ग्राउंड ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री श्री तरुण चुग से बातचीत की, प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश |
न्यूज़ ग्राउंड – आपकी नज़र में
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार किस प्रकार लोक-कल्याणकारी सरकार साबित हो रही है ?
तरुण चुग - प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के
नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने इन चार वर्षों में लोगों की
जिंदगी में बदलाव लाने वाल कई अहम् कार्य किये हैं। आज देश में एक भी ऐसा गाँव नहीं हैं, जहां बिजली नहीं पहुँची है। देश के हर गाँव में बिजली पहुंचाने के बाद अब
मोदी सरकार ने ‘सौभाग्य योजना' के तहत हर घर में बिजली पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।
इस योजना के तहत देश के एक करोड़ घरों में
बिजली पहुंचाने का काम पूरा कर लिया है जबकि सरकार ने चार करोड़ अन्य घरों में
बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसे 2019 के जनादेश से पहले-पहले पूरा कर लिया जायेगा । प्रधानमंत्री जी ने 2022 तक देश के हर गरीब को छत देने की मुहिम शुरू
की है,
इस योजना के तहत
एक करोड़ घर दिए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत साढ़े तीन
करोड़ से अधिक मुफ्त गैस कनेक्शन वितरित किये जा चुके हैं जबकि सरकार ने 8 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन
देने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री जी की एक पहल पर डेढ़ करोड़ लोगों ने सब्सिडी
छोड़ी है जो जनता में मोदी सरकार के प्रति विश्वसनीयता का परिचायक है।
स्टैंड-अप, स्टार्ट-अप,
स्किल इंडिया और
मुद्रा योजना के माध्यम से स्वरोजगार की नई पहल की गई है और ‘जॉब सीकर' को ‘जॉब क्रियेटर' बनाने की राह तैयार की गई है। अकेले मुद्रा योजना के माध्यम से देश के 9 करोड़ से अधिक लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध
कराया गया है । 7
करोड़ से अधिक
शौचालयों का निर्माण कर महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया गया है।
बिना किसी घोटाले के लाखों करोड़ों के
इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के काम सफलतापूर्वक पूरे हुए हैं। अभी हाल ही में
भारतीय जनता पार्टी संगठन ने सरकार के साथ मिलकर देश के 16,850 गाँवों में सात जनोपयोगी योजनाओं उज्ज्वला
योजना,
सौभाग्य योजना, उजाला, जन-धन योजना,
जीवन ज्योति
बीमा योजना,
जीवन सुरक्षा
योजना और मिशन इन्द्रधनुष को शत-प्रतिशत पहुंचाने का महती कार्य किया है। वर्षों
से किसानों की लंबित मांग को पूरा कर न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागत मूल्य का डेढ़
गुना करने का निर्णय लिया है।
‘आयुष्मान भारत' योजना के तहत नमो हेल्थ केयर के माध्यम से देश के 10 करोड़ परिवारों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा
उपलब्ध कराने का ऐतिहासिक निर्णय मोदी सरकार ने लिया है जो अपने आप में काफी
महत्वपूर्ण है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना से देश के 104 जिलों में लिंगानुपात सुधरा है और अब इसे देश
के अन्य जिलों में भी लागू किया जा रहा है।
मातृ वंदन योजना के जरिये गर्भवती महिलाओं को
सहायता पहुंचाई जा रही है,
उन्हें 26 सप्ताह के अवकाश का भी लाभ पहुंचाया जा रहा
है । मिशन इंद्रधनुष योजना के जरिये बच्चों और माताओं का टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक
पूरा किया जा रहा है।
न्यूज़ ग्राउंड – जिस प्रकार से
पुरे देश में किसान आत्महत्या कर रहा है उससे पुरे देश में किसानो के प्रति सहानभूति
उत्पन हो रही है भाजपा की सरकार किसानों की भलाई एवम उत्थान के लिए किस प्रकार प्रतिबद्ध है ?
तरुण चुग - मोदी
सरकार ने कृषि बजट को लगभग दोगुना करते हुए किसानों की भलाई के लिए कई इनिशिएटिव
लिए हैं,
मोदी सरकार कृषि
बजट को दुगुना करने वाली पहली सरकार है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के जरिये खेत से
लेकर खलिहान तक किसानों की फसल को सुरक्षित करने का काम किया गया है। इस योजना से देश के करोड़ों किसान लगातार
लाभान्वित हो रहे हैं। मोदी सरकार के दौरान खाद्यान्न उत्पादन में लगभग 9.35% और बागवानी उत्पादों में लगभग 15% की वृद्धि हुई है जो आजादी के बाद सर्वाधिक
है।
सोनिया-मनमोहन
की यूपीए सरकार के दौरान जहां कृषि विकास दर ऋणात्मक थी, वहीं मोदी सरकार इसे 4.9% तक ले आई है जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने
कहा कि दाल उत्पादन में भी 2010-14 की तुलना में लगभग 10%
की वृद्धि हुई
है और दाल के दामों को भी स्थिर रखने में सफलता प्राप्त हुई है। किसानों को दी
जाने वाली आवंटित राशि को लगभग दोगुना कर दिया गया है, साथ ही नीम कोटेड यूरिया के मदद से
पेस्टीसाइड के उपयोग और खाद के उपयोग में कमी लाई गई है और खादों के दाम में भी कमी
दर्ज की गई है।
किसानों के लिए
स्वायल हेल्थ कार्ड,
नीम कोटेड
यूरिया,
प्रधानमंत्री
सिंचाई योजना,
ई-मंडी इत्यादि
योजनाओं के माध्यम से किसानों के जीवन-स्तर को ऊपर उठाने के लिए कार्य किये गए
हैं। मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु 12 करोड़ से अधिक स्वायल हेल्थ कार्ड वितरित किये गए हैं और 275 से अधिक प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी
हैं।
लगभग 50 हजार करोड़ रुपये की लागत से प्रधानमंत्री
कृषि सिंचाई योजना द्वारा हर खेत तक पानी की पहुँच सुनिश्चित की गई है।
न्यूज़ ग्राउंड –
विगत चार वर्षो में भाजपा सरकार की बुनियादी ढांचे के विकास (इन्फ्रास्ट्रक्चर
डेवलपमेंट) में क्या विशेष उपलब्धिया रही है ?
तरुण चुग - बुनियादी ढांचे के विकास (इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट) के क्षेत्र में
भी मोदी सरकार ने कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं। भारतमाला परियोजना के तहत लगभग 5,35,000 करोड़ रुपये की लागत से 53,000 किलोमीटर हाइवे का निर्माण किया जा रहा है। सेतुभारतम योजना के तहत लगभग 21,000 करोड़ रुपये की लगत से सभी नेशनल हाइवे को रेलवे
क्रॉसिंग से मुक्त बनाया जा रहा है जिसे 2019 तक पूरा कर लिया जाएगा
न्यूज़ ग्राउंड -
अर्थव्यवस्था के पुराने आकड़ो का विश्लेषण किया जाए तो प्रतीत होता है की भारत
अर्थव्यवस्था अत्यंत पिछड़ी हुई थी भाजपा सरकार के कार्यकाल में आर्थिक विकास की
क्या उपलब्धिया है ?
तरुण चुग - प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्त्व में भारत आज विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और दुनिया की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है, महंगाई दर काबू में है और विदेशी मुद्रा भंडार अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी, दो ऐसे फैसले हैं जो देश की अर्थव्यवस्था को पारदर्शी अर्थव्यवस्था के रूप में तब्दील करते हुए व्यापक सुधार लाया गया है।